पढ़ते समय नींद से बचने के लिए खोजा समाधान
अठवा लाइंस स्थित स्केट इंजीनियरिंग कॉलेज के कम्प्यूटर साइंस विभाग के विद्यार्थी रिद्धिका चेरुकु और फेनिल चौहाण की शोध विद्यार्थियों के बीच चर्चा का विषय बनी है। इस शोध को विद्यार्थियों ने एनटी स्लीप डिवाइस नाम दिया है। फेनिल ने बताया कि परीक्षा के समय जब वह पढऩे बैठता था, तब बार-बार उसे नींद आ जाती थी। इस समस्या का समाधान पाने के लिए उसे यह डिवाइस बनाने का विचार आया। विभाग के प्राध्यापक डॉ. दीपाली कासट के मार्गदर्शन में इसे बनाया गया है। जिससे पेटेंट भी करवा लिया है। आंख बंद होते ही बजने लगता है रिद्धिका ने बताया कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओएफ) प्रणाली पर आधारित यह डिवाइस आईआर सेंसर पर काम करता है। डिवाइस की साइज 65 एमएम और वजन मात्र 85 ग्राम है। इसे एक माइक्रो चिप जो 2 इंच की है उसके साथ कनेक्ट किया गया है। चिप के साथ आंखों को एक बार कनेक्ट कर देना है। फिर इस गाड़ी चलाते समय मिरर के सामने, पढ़ते समय दीवार पर, काम करते समय कम्प्यूटर स्क्रीन पर और चश्मे पर चिपका सकते हैं। आंखों से चिप 10 सेंटीमीटर तक कनेक्ट हो सकती है। जैसे ही नींद आने लगे और आंख तीन सेकेंड तक बंद हो जाए तो तुरंत जोर से बजर बजने लगता है। जिससे वाहन चलाता ड्राइवर या पढ़ाई करता विद्यार्थी सतर्क होकर जाग जाएगा। यह डिवाइस एक बार चार्ज करने पर 120 घंटे से अधिक समय तक कार्य करेगा। इसके उपयोग से वाहन दुर्घटना का भय भी कम हो सकता है।