– किशन सिंह आमेर में कई ऐतिहासिक मंदिर हैं, जिन पर अतिक्रमण हो रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को शिकायत करते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। स्थानीय लोग परेशान हो रहे हैं।
– प्रेम प्रजापति
– जगदीश बागड़ी
– बालकृष्ण शर्मा
-लक्ष्मण गहलोत सियाराम डूंगरी में हमें रहते 40 साल हो गए, लेकिन सीवर लाइन ही नहीं है। लोगों ने सेफ्टी टैंक बनवा रखे हैं। ये दिनों-दिन झगड़े का कारण बनते जा रहे हैं। गंदा पानी सड़क पर आ रहा है।
– दीपक शर्मा
-दुर्गेश चतुर्वेदी कुछ लोगों को मकानों के पट्टे मिल गए हैं। आवेदन कर रखा है, लेकिन गरीबों को आज तक पट्टे नहीं मिले। मीणा का मोहल्ला में एक ही बार सड़क बनी है। वह भी उधड़ गई।
– रामप्रसाद मिश्रा
– जितेंद शर्मा यहां दुनियाभर से टूरिस्ट आते हैं। गंदगी को लेकर वे सवाल करते हैं। नालियां भरी हुई हैं, एनीकट पर अतिक्रमण हो गए हैं। सरकार ध्यान दे तो पर्यटन बढ़ेगा।
– राजेश कुमार खंडेलवाल
कार्यक्रम में महानगर कॉलोनी की कई महिलाएं भी पहुंची और पानी नहीं आने की समस्या बताई। अमिता झा, भारती, हेमलता, जुगल देवी आदि ने कहा कि 8 दिन से पानी नहीं आया है। पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। राशन कार्ड बने हुए हैं, लेकिन राशन का गेहूं नहीं मिलता। पानी का टैंकर 500 रुपए में आ रहा है।