राजस्थान में सबसे अधिक बारिश बांसवाड़ा के लोहारिया में 169 मिमी (पौने सात इंच) दर्ज की गई। दौसा जिले के बैजूपाड़ा में 145 एमएम, रामगढ़ पचवारा में 142 तथा बसवा व बांदीकुई में 131 एमएम बारिश दर्ज की गई। झालावाड़ के सुनेल में करीब पौने चार इंच बारिश दर्ज हुई। जयपुर में सुबह साढ़े छह बजे से साढ़े नौ बजे तक भारी बारिश का दौर रहा।
जिला कलक्ट्रेट पर शाम पांच बजे
तक दो इंच बारिश दर्ज हुई। इधर, भारी बारिश से कई जिलों में नदियां उफान पर हैं और बांधों को गेट खोले जा रहे हैं। अजमेर की फॉयसागर झील में पानी का दबाव लगातार बनने सेरिटेनिंग वॉल में तीन जगह रिसाव हो गया। रिसाव को रोकने के लिए एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेन्स की टीम ने देर रात मोर्चा संभाला। अब आगे क्या…
मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार पूर्वी राजस्थान के कई भागों में आगामी तीन दिन मानसून सक्रिय रहेगा। जयपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर संभाग में भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में भी आगामी दो-तीन दिन कुछ स्थानों पर मध्यम व कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में 9 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है।
60% अधिक बारिश
एक जून से लेकर अभी तक राज्य में बारिश सामान्य से 60 फीसदी अधिक हो चुकी है। राज्य में एक जून से अभी तक सामान्य बारिश 417.46 है। सात सितंबर तक 613.21 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।