28 लोगों को कर लिया गिरफ्तार
जिले के जीबीनगर थाना के रौजागौर गांव में छापेमारी करने गयी उत्पाद विभाग की टीम पर शराब कारोबारियों ने हमला कर दिया। इस हमले में एक तरफ जहां इंस्पेक्टर गुंजेश कुमार को गंभीर चोट आयी है वहीं अन्य कई जवान घायल हो गए हैं। सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शराब कारोबारियों द्वारा दो महिला कांस्टेबल को बंधक बना लिया गया। इसके बाद एसपी के नेतृत्व में हुई छापेमारी में पुलिस बल ने महज तीन घंटे बाद छीनी गयी पिस्टल को बरामद कर लिया। पुलिस ने इससे पहले बंधक बनाए गए पुलिसकर्मियों को भी मुक्त करा लिया था।
हमले में 43 लोगों को बनाया आरोपी
पुलिस ने 43 लोगों के खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमला व सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के साथ ही अन्य कई संगीन मामले में आरोपित किया है। वहीं पुलिस ने इस मामले में 28 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिसिया कार्रवाई से ग्रामीणों में भय का माहौल है। लोग अपने घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। पुलिस पर हमला करने के फरार आरोपियों की भी सघनता से तलाश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक सभी आरोपी जल्द ही पकड़ में आ जाएंगे।
पुलिस पर हमले की दूसरी वारदात
पुलिस पर हमले की दूसरी घटना भी सीवान जिले में हुई। जिले के गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के छितौली मुसहर टोला में अवैध शराब बेचने की सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी, जिस पर शराब कारोबारियों और असमाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। तीन वाहनों में सवार होकर लगभग 15 की संख्या में पुलिसकर्मी अचानक टोले में पहुंचे थे। इसकी भनक मिलते ही शराब कारोबारियों ने लाठी-डंडे से पुलिस टीम पर हमला कर दिया। वहीं गोरेयाकोठी पुलिस का दावा है कि उसने टोले से देसी शराब की खेप बरामद की है। लेकिन शराब बेंचने वाले सभी लोग मौके से भागने में कामयाब हो गये। पुलिस इस मामले के आरोपियों की भी तेजी से तलाश कर रही है।