मृतक दारोगा ने बेटे को लिखे गए पत्र में कहा कि कितना भी इमानदारी से काम करो, लेकिन जब तक अपने अधिकारियों को चढ़ावा नहीं दोगे। तब तक सब कुछ बेकार है। पत्र में आगे कहा गया कि ऑफिस के लोगों को भी समझाना पड़ता है। थानाध्यक्ष राज बहादुर सिंह जब से आए हैं। तब से कर्मचारी परेशान है। वह सभी विवेचनाओं में पैसे की मांग करते हैं। सीडी सामने प्रस्तुत करने पर हस्ताक्षर बनाते हैं। अन्यथा की स्थिति में वह थाने पर ही पड़ी रहती है।पत्र में यह भी जिक्र किया गया है। ईमानदार की पुलिस में कोई इज्जत नहीं है। वायरल लेटर में कई अन्य पुलिस कर्मियों के नाम का जिक्र किया गया है। खुदकुशी से पहले उपनिरीक्षक बेचैनी की हालत में थाने के अंदर और बाहर आते जाते देखे गए थे। एसआई मनोज कुमार फतेहपुर जिले के ग्राम जलाला थाना कल्याणपुर के रहने वाले थे। सूचना के बाद एसआई के परिजन सीतापुर पहुंच गए हैं। जिन्हें पोस्टमार्टम के बाद मनोज का शव सुपुर्द कर दिया गया है।
________
यह भी पढ़े: दरोगा ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, थाने में मचा हड़कंप _________ एसपी बोले- हर बिंदु की हो रही जांच एएसपी डॉ. प्रवीण रंजन ने बताया, कि हर बिंदु पर जांच की जा रही है। जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने मीडिया को दिए गए बयान में कहा कि पत्र में लगाए गए आरोपों के आधार पर मछरेहटा के एसएचओ राजबहादुर, मुख्य आरक्षी रंजीत कुमार यादव, अबू हादी, आरक्षी सुनील कुमार और शाने आलम को लाइन हाजिर करने के लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजा गया है। सीओ सदर सतीश चंद्र शुक्ला की अगुवाई में एक जांच कमेटी भी गठित की गई है।