पुलिस ने बोरी के अंदर से शव के टुकड़ों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस घटना के कई अन्य पहलुओं पर भी मामले की छानबीन में जुटी है। घटनास्थल से फॉरेंसिंक टीम ने साक्ष्यों को एकत्रित कर लिए हैं।
मामला मिश्रिख कोतवाली इलाके का है। यहां महंत मनिराम दास (65) ब्रह्म ऋषि निमिया बाबा निवासी ग्राम गिरधरपुर जनपद हरदोई के मिश्रिख चौरासी कोसी परिक्रमा करने आए थे। वह सभी पड़ाव की परिक्रमा करने के बाद मिश्रिख में पंचकोसी परिक्रमा कर रहे थे। अंतिम बार 24 मार्च को उनसे फोन पर संपर्क हुआ था।
महंत के भतीजे टाईराम ने बताया कि 24 मार्च को उसकी अपने चाचा महंत से आखिरी बार फोन पर घर वापस आने की बात कही थी। शाम तक घर न पहुंचने पर परिजनों ने महंत के फोन पर सम्पर्क किया तो फोन बंद मिला।
परिजनों ने काफी खोजबीन के बाद मिश्रिख पुलिस को महंत की गुमशुदगी की सूचना दी। पुलिस ने मामले में गुमशुदगी दर्ज कर बाबा की खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। परिजनों भी उनको खोज रहे थे। लेकिन उनका कोई पता नहीं लगा।
शुक्रवार शाम को कोतवाली क्षेत्र में सिधौली रोड के किनारे लगभग 200 मीटर अंदर केसरीपुर रोड के किनारे बोरे में कुछ पड़े होने की सूचना मिली थी। स्थानीय लोगों ने बदबू आने पर मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच की तो महंत का क्षत विक्षत अवस्था में शव बोरे में बरामद हुआ, जिसकी पुष्टि महंत के परिजनों को बुलाकर की गई।
सीओ मिश्रिख राजेश कुमार ने बताया कि परिजनों से बातचीत कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। हत्या के पीछे हरदोई जनपद से जुड़ा विवाद सामने आ रहा है, लेकिन अभी तक कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगे हैं। मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है।