पिछले तीन-चार दिन से माउंट की वादियों में वाहनों की रेलमपेल से वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे है। प्रतिदिन करीब 3 हजार से अधिक वाहनों से 7-8 हजार से अधिक सैलानी माउंट आबू पहुंच रहे हैं। बुधवार को उमड़े पर्यटकों से देलवाड़ा, ओरिया, अचलगढ, गुरु, शिखर मार्ग पर दिन भर वाहनों की कतारें लगी रही।
जिससे कई जगह जाम के भी हालात रहे। वाहनों के अधिक दबाव के चलते जगह-जगह तैनात पुलिस के गश्ती दलों को यातायात को सुव्यवस्थित करने की खासी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। इस सीजन में बुधवार अपराह्न चार बजे तक 19 हजार 166 छोटे-बड़े पर्यटक वाहनों से करीब 60 हजार से अधिक पर्यटक माउंट पहुंचे हैं। पर्यटक वाहनों से पालिका को 20 लाख 86 हजार 610 रुपए की राजस्व आय हो चुकी है। सैलानियों की आवक अभी जारी है।
पर्यटकों की चहल-पहल से बाजार गुलजार
छुट्टियों का आनंद लेने को देश के विभिन्न हिस्सों से आए सैलानियों से माउंट के बाजार गुलजार है। बुधवार को भी क्षेत्र के दर्शनीय स्थलों का अवलोकन करने आए पर्यटकों के वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। कुछ संकरे रास्तों पर जाम लगा, लेकिन पुलिस की सजगता के चलते पर्यटकों को परेशानियों से शीघ्र ही निजात मिलती रही। पर्यटन यात्रा का आनंद ले रहे सैलानी
पर्यटन स्थल के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारते हुए हसीन लम्हों को कैमरे में कैद करने के लिए पर्यटक व्यस्त नजर आए। पहाड़ियों में कई प्रकार की अद्भुत कलाकृतियों की विशालकाय चट्टानों के आकर्षक नजारे भी पर्यटकों के ध्यान को बरबस ही अपनी ओर खींचते रहे। कई स्थानों पर बने सेल्फी प्वॉंइंट सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बने रहे।
पालिका को 20.86 लाख की राजस्व आय
वाहन कर नाका सूत्रों के अनुसार इस दिवाली सीजन में गत साढ़े छह दिनों में माउंट आए 19 हजार 166 छोटे-बड़े वाहनों से पालिका को 20 लाख 86 हजार 610 रुपए की राजस्व आय हो चुकी है। गुरुवार को 1155 छोटे-बड़े वाहनों से एक लाख 37 हजार 900 रुपए, शुक्रवार को 2285 वाहनों से दो लाख 60 हजार 450, शनिवार को 3133 वाहनों से तीन लाख 22 हजार 120, रविवार को 3877 वाहनों से तीन लाख 93 हजार 220 रुपए, सोमवार को 3346 वाहनों से तीन लाख 96 हजार 370 रुपए, मंगलवार को 3305 वाहनों से तीन लाख 52 हजार 400 रुपए, बुधवार अपराह्न चार बजे तक 2065 वाहनों से दो लाख 24 हजार 150 रुपए पालिका कोष कोष में शुद्ध राजस्व के रूप में जमा हुए। सैलानियों की आवक अभी जारी है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 18 हजार 297 छोटे-बड़े वाहनों के जरिए 19 लाख 82 हजार 560 रुपए पालिका कोष में जमा हुए थे।