पानी की निरंतर आवक से जिले का सबसे बड़ा वेस्ट बनास बांध सहित कई बांध भी छलकने के कगार पर है। शहर सहित जिले में शनिवार को लगातार तीसरे दिन बारिश नहीं हुई। पहाड़ों से बहकर आ रहे पानी से खाली पड़े जलाशयों में पानी की आवक जारी है।
जिले में हुई अच्छी बारिश के बाद नदी-नालों में पानी की आवक होने से जलाशयों के जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। वहीं शहर के मुख्य पेयजल स्त्रोत अणगौर बांध की भराव क्षमता 22.50 फीट है, जिसमें शनिवार सुबह तक 19.20 फीट पानी आ चुका हैं। जिले के वेस्ट बनास बांध की भराव क्षमता 24 फीट है, जिसमें भी 22 फीट पानी की आवक हो चुकी है।
भाखर के नवनिर्मित बत्तीसा बांध में आया 11.40 मीटर पानी
आबूरोड। देलदर तहसील में अब तक हूई मानसूनी बारिश के चलते नवनिर्मित 16.5 मीटर भराव क्षमता वाले बत्तीसा बांध में 11.40 मीटर की आवक हो चुकी है। आगामी दिनों में अगर अच्छी बारिश हो तो बांध के पहली बार छलकने की संभावना जताई जा रही है। ब्लॉक के दो बांध चनार व बगेरी पर चादर चल रही है। क्षेत्र में तीन दिन से बारिश पर ब्रेक लगा हुआ है। कादंबरी बांध पर चली चादर
पिंडवाड़ा। शहर सहित आसपास के गांवों के लोगों की प्यास बुझाने वाला 21 फीट की क्षमता वाला कादंबरी बांध ओवरफ्लो होने पर चादर चली। चादर देखते लोगों की भीड़ उमड़ पडी। वहीं किसानो के चेहरों पर खुशी की लहर नजर आई। मानसून के शुरूआत में मानसून की बेरूखी के चलते बांध में पानी की आवक बहुत कम होने से कुएं का जलस्तर घट रहा था, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर रही थी। लेकिन मानूसन के अंतिम पड़ाव में हुई बारिश ने कादंबरी बांध को भर दिया, जिससे लोगों में खुशी का माहौल नजर आया।
पर्यटकों को लुभा रहे पल-पल बदलते मौसमी नजारे
माउंट आबू। हरियाली की चादर ओढ़े पर्यटन नगरी इन दिनों सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। पल-पल बदलते मौसमी नजारे पर्यटकों के मन को खासे लुभा रहे हैं। आबूरोड-माउंट आबू मार्ग से लेकर गुरुशिखर तक सड़क मार्ग के दोनों ओर हरियाली ओढ़े पहाड़ियों को अपने आंचल में लेते धुंध के मनमोहक दृश्य का अवलोकन करते हुए पर्यटकों का मन मयूर नाच उठता है। शनिवार अलसुबह से ही धुंध ने माउंट आबू के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र को अपनी आगोश में ले लिया। जिससे सड़कों पर गुजरने वाले वाहनों को वाहनचालकों ने लाइटें जलाकर धीरे-धीरे वाहन चलाने पड़े। दिन चढ़ने के बाद थोड़ी देर के लिए सूरज ने दर्शन दिए। सवेरे भ्रमणकारी पर्यटकों ने सड़कों व बाजारों में चहलकदमी कर मौसम का लुत्फ उठाया। वातावरण में घुली ठंडक के बीच चाय की थड़ियों पर भी पर्यटक चाय की चुस्कियां लेते देखे गए।
तापमापी के पारे में उतार चढ़ाव के चलते अधिकतम तापमान 23 व न्यूनतम तापमानम 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पर्यटकों ने क्षेत्र के दर्शनीय स्थलों गुरूशिखर, अचलगढ़, देलवाडा मंदिर, पीस पार्क, शंकरमठ, अधरदेवी, ओम शान्ति भवन, भारत माता नमन स्थल आदि का अवलोकन कर पर्यटन यात्रा के हसीन पलों को यादगार बनाया।