पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि गत 31 अक्टूबर को आबूरोड के तारंदर में चाय पीकर आ रहे ओटसिंह से अज्ञात लोगों ने मोबाइल छीनने की कोशिश की। इसका उसने विरोध किया। इस पर उस पर चाकू से हमला कर दिया व उसका मोबाइल लेकर भाग गए। उसे अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
वारदात में शामिल व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के लिए थाना स्तर पर पांच अलग-अलग टीमें गठित की गई। इन टीमों ने जानकारी जुटाई और आबूरोड में करीब 100 के आस पास सीसीटीवी कैमरों की जांच की। तकनीकी साक्ष्यों, आसूचना, मुखबीर तंत्र, सीएलजी संदिग्ध के माध्यमों से घटना स्थल के आसपास घटना के वक्त नजर आ रहे संदिग्ध लोगों को चिह्नित किया। भरसक प्रयास कर तीन संदिग्ध युवकों को नामजद कर युवकों के घरों पर दबिश दी। ये युवक अपने घर से गायब मिले। इससे घटना में शामिल होने का संदेह और गहरा गया। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर तीन आरोपी को गुजरात से दस्तयाब कर पूछताछ की गई। इसके बाद उनको गिरफ्तार किया गया।
चुनौती को स्वीकार किया
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटनास्थल एकांत होने, आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं होने व घटना का कोई चश्मदीद गवाह नहीं होने से आरोपियों को नामजद करना पुलिस के बड़ी चुनौती थी। इस चुनौती को हमने स्वीकार किया। आखिर टीमों के प्रयासों से मृतक की हत्या में शामिल तीन आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। यह था मामला
शहर के आबकारी मोहल्ला निवासी किशोर सिंह पुत्र रणजीत सिंह ने 31 अक्टूबर को लिखित रिपोर्ट पेश की कि उसकी नाश्ते की दुकान सुभाष मार्केट सदर बाजार में है। इस दुकान पर ओट सिंह (60 वर्ष) पुत्र कान सिंह, निवासी तलेटा, थाना कैलाश नगर, जिला सिरोही करीब 30 वर्ष से कार्य करता है जो उसके परिवार में काकोसा लगते है।
वह 31 अक्टूबर की शाम करीब 5.30 बजे दुकान को बंद कर तारदंर गली होकर रेलवे स्टेशन स्थित होटल पर चाय पीने के लिए गया था। वहां से चाय पीकर वापस उनकी दुकान की तरफ आ रहा था। तब करीब 6.30 बजे अज्ञात लोगों ने उसके चाचा के साथ तारंदर गली में चाकू से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। उनका मोबाइल फोन छीनकर ले गए। ओट सिंह को टेंपू में सरकारी अस्पताल लेकर आए।
जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस पर मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार एएसपी देवाराम चौधरी , माउंट आबू डीएसपी गोमाराम चौधरी के सुपरविजन में शहर थानाधिकारी बंशीलाल के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।
एसपी ने किया निरीक्षण
हत्या के मामले को लेकर राजपूत समाज व आबूरोड के व्यापारियों ने भारी आक्रोश व्यक्त किया। घटना में लिप्त लोगों की गिरफ्तारी को लेकर धरना प्रदर्शन किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बेनीवाल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
गिरफ्तार आरोपी
राजाराम उर्फ राजू (21) पुत्र नोनाराम गरासिया, निवासी दोलतावा फली क्यारिया पुलिस थाना आबूरोड सदर, लक्ष्मा उर्फ श्रवण (22) पुत्र हरा गरासिया, निवासी जलोयाफली सियावा पुलिस थाना रिको आबूरोड, मीठाराम (25) पुत्र कानाराम गरासिया, निवासी बोदीयागढ, सुरपगला पुलिस थाना रिको आबूरोड।
गठित टीम के सदस्य
थानाधिकारी बंशीलाल, हैड कांस्टेबल बनवीरसिंह, हैड कांस्टेबल देवाराम, हैड कांस्टेबल विक्रमसिंह, कांस्टेबल सुभाष, जयंतीलाल, बद्रीनाथ, धर्मेन्द्र, ओमप्रकाश महेन्द्रसिंह, श्रवण , सुभाष, विशनसिंह रमेश डीसीआरबी सिरोही, निकेशसिंह। विशेष भूमिका हैड कांस्टेबल बनवीरसिंह , कांस्टेबल धर्मेन्द्र , जय़तीलालल, सुभाष, बद्रीनाथ की रही।