हादसा होते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई। दौड़कर आए लोगों व पुलिस ने टैक्सी में फंसे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। हादसे का शिकार लोग उदयपुर जिले की गोगुंदा तहसील के पानरवाओगना गांव निवासी हैं। यहां सिरोही के राजकीय अस्पताल में भी लोगों की भीड़ लग गई। सभी मजदूर गमेती जाति के है।
बताया जा रहा है कि उक्त सभी लोग ठेकेदार के मार्फत मजदूरी करने के लिए पाली जा रहे थे। इसी बीच यह हादसा हो गया। हादसे में ठेकेदार और चालक की भी मौत होने की सूचना है। हालांकि अभी तक किसी भी मृतकों की शिनाख्त नहीं हुई।
टैक्सी में सवार थे 30 जने
पुलिस के मुताबिक गोगंदा निवासी केशु पुत्र (50)मन्ना गमेती, लोकेश (20)पुत्रभेरूलाल गमेती, सुरजा (16) जालुराम गमेती, लक्ष्मी वैभवी (20) पत्नी कन्हैया लाल गमेती, रामलाल (25)पुत्र निंबाराम गमेती, सुरस (26) पुत्र जालम चंद गमेती, मोहनलाल (21)पुत्र कालूराम गमेती, रमेश पुत्र नकाजी गमेती, भंवरलाल पुत्र सवाराम गमेती, उदि पत्नी सवाराम गमेती, उदी पुत्र सवाराम गमेती, किन कपासियाआगणा सहित करीब 30 जने मजदूरी करने के लिए रविवार देर शाम गोगुंदा से तूफान टैक्सी में सवार होकर पाली जा रहे थे।
उड़े परखच्चे, मची चीख-पुकार
सवारियों से भरी टैक्सी जैसे ही पिण्डवाड़ा में काटल गांव के पास पहुंची तो अचानक सामने से आ रहे टैंकर से भिड़ गई। भीषण भिड़न्त में टैक्सी के परखच्चे उड गए और उसमें सवार 7 जनों की मौत हो गई, जबकि अन्य घायल हो गए।
मदद में जुटे पुलिस व कार्यकर्ता
हादसे की सूचना मिलते ही पिण्डवाड़ा पुलिस उप अधीक्षक भंवरलाल चौधरी, पिण्डवाड़ा थानाधिकारी हमीर सिंह भाटी व पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और टैक्सी में फंसे घायलों को बाहर निकालकर टोल और 108 एम्बुलेंस की मदद से पिण्डवाड़ा के राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने 7 घायलों को मृत घोषित किया। जबकि 24 घायलों को गंभीर हालत में सिरोही के ट्रोमा सेंटर रेफर किया। घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार मोहनलाल अस्पताल पहुंचे। हादसे की सूचना पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता घायलों की मदद के लिए अस्पताल पहुंचकर मदद में जुट गए।
मृतकों की नहीं हुई पहचान
पुलिस ने बताया कि फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हुई है। मृतकों के शव सीएचसी की मोर्चरी में रखवाए हैं। परिजनों के आने के बाद ही मृतकों की पहचान होगी।