इसके बाद वन विभाग के वनपाल राजेश विश्नोई की देखरेख में अजगर को ट्रेवरटेंक के वन्यक्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया। स्नेक कैचर चार्ली ने बताया कि इन दिनों जहां-तहां सांप निकलते रहते हैं। पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने वाले इन सांपों को मारे नहीं। कहीं भी कोई सांप दिखने पर स्नेक कैचर को सूचना दें। जो सांपों को पकडकर वन्यक्षेत्र में सुरक्षित स्थान पर छोड़ देंगे।
मगरमच्छ की दस्तक से मचा हड़कम्प
सरूपगंज समीपवर्ती कोदरला गांव में शुक्रवार को एक मगरमच्छ के अचानक दस्तक देने से ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया। जिसे वन विभाग ने रेस्क्यू कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। जानकारी के अनुसार कोदरला गांव में मगरमच्छ आने से ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई। वन विभाग को सूचना देने पर टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे रेस्क्यू कर जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया।