दर्दनाक हादसा: लाशें बिखरी देख सहमे लोग, तूफान टैक्सी और टैंकर की भिड़ंत में 8 की मौत, कई परिवारों में छाया मातम
Udaipur-Palpur Highway Horrific Accident: हादसा इतना भयावह था कि अस्पताल में एक साथ बिखरी लाशें देखकर हर कोई सहम गया। हादसे की सूचना पर अस्पताल आए परिजनों में चीख-पुकार मच गई। यहां तक कि उपचार करने वाले चिकित्सा स्टाफ भी सहम गए।
Rajasthan Road Accident: उदयपुर-पालपुर हाइवे पर पिण्डवाड़ा थाना क्षेत्र में कांटल पुलिया पर रविवार रात को गलत दिशा में आ रही मजदूरों से भरी तूफान गाड़ी और टैंकर में हुई भीषण टक्कर में मृतकों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इस भीषण सड़क हादसे में घायल हुए कुल 29 में से अब तक 8 जनों की मौत हो चुकी है। जबकि सिरोही में भर्ती 17 में से सभी 16 घायलों को उदयपुर रेफर किया गया है। पुलिस के मुताबिक मृतकों में एक शिवगंज, एक सुमेरपुर और शेष 6 जने ओगना तहसील झाडोल जिला उदयपुर के हैं। जिनमें 2 महिला व 2 बच्चे शामिल हैं। इधर, हादसे की सूचना पर मृतकों के गांव में शोक की लहर छा गई। पुलिस ने सोमवार को शिनाख्त के बाद पोस्टमार्टम करवाकर मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए। हादसे के बाद रात को सांसद लुंबाराम, जिला कलक्टर अल्पा चौधरी व एसपी अनिल कुमार अस्पताल पहुंचे और चिकित्सकों को दिशा निर्देश दिए।
हादसा इतना भयावह था कि अस्पताल में एक साथ बिखरी लाशें देखकर हर कोई सहम गया। हादसे की सूचना पर अस्पताल आए परिजनों में चीख-पुकार मच गई। यहां तक कि उपचार करने वाले चिकित्सा स्टाफ भी सहम गए। हादसे को लेकर सिरोही जिले में भी शोक की लहर रही। हर कोई बस इतना ही कह पा रहा था कि भगवान ऐसा दिन किसी को ना दिखाए।
तूफान चालक कानाराम (56 )पुत्र गेनाराम माली, निवासी सुमेरपुर पाली, ठेकेदार वरदाराम पुत्र रूपाराम निवासी खारडीया शिवगंज सिरोही एवं कपायावास थाना ओगना तहसील झाडोल जिला उदयपुर सुरजमल पुत्र बदाराम, झालाराम पुत्र बदाराम, रूसकी कुमारी पुत्री सुरजमल, लीला देवी पत्नी सुरज, कैलाश पुत्र पुना, दिलीप पुत्र रमेश की मौत हो गई।
दुर्घटना की सूचना पर चिकित्साकर्मी हुए अलर्ट
रात को जैसे ही हादसे की सूचना मिली पिण्डवाड़ा सीएचसी प्रशासन अलर्ट हो गया। डॉ मनीष भार्गव, डॉ विनोद यादव, डॉ बनवारी लाल ने तुरंत ही अस्पताल के सभी कर्मचारियों को घायल पहुंचने से पहले अस्पताल बुला लिया और जैसे ही घायल आए उनका प्राथमिक उपचार कर सिरोही रेफर किया। पूरा स्टाफ मदद में जुटा रहा।
बेहद अमानवीय, पिकअप में डाल ले जाने पड़े शव, पूर्व विधायक ने उठाए सवाल
सड़क हादसे के बाद पुलिस, प्रशासन व आमजन अलर्ट होकर मदद के लिए आगे आए, वहीं दूसरे दिन स्थिति इसके उलट नजर आई। दूसरे दिन पीड़ित परिवारों को पिकअप में एक साथ शवों को डालकर अपने घर उदयपुर ले जाना पड़ा। उनको प्रशासन ने एम्बुलेंस तक उपलब्ध नहीं कराई। इस पर पूर्व विधायक संयम लोढा ने ट्वीट भी किया है। लोढा ने लिखा कि बेहद अमानवीय। 6 शवों को एक साथ पिकअप में डालना भाजपा सरकार के घडियाली चरित्र का उदाहरण है। यह हमारे आदिवासी भाई हैं, कोई जानवर नहीं। राज्य सरकार शव वाहिनी या एम्बुलेंस तो की व्यवस्था कर इन मजदूरों के शव घर भेज सकती थी। इस तरह पिकअप में शव ले जाने की जितनी निंदा की जाए कम है।
हादसे में घायल युवक वांगली, झाडोल, जिला उदयपुर निवासी देवीलाल पुत्र नानालाल गमेती ने थाने में लापरवाही से दुर्घटना करने की थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने बताया कि रविवार को शिवगंज खारडिया निवासी वरदाराम पुत्र रूपाराम तूफान टैक्सी लेकर ठेकेदार मजदूरों को लेने उनके गांव गया था। नाकोडाजी, बालोतरा में मंदिर निर्माण में मजदूरी व कारीगरी करने के लिए वांगली व ओगना गांव सहित आसपास के कुल 29 जने गाडी में बैठकर दोपहर 3 बजे रवाना हुए थे। गाडी सुमेरपुर निवासी कानाराम पुत्र गेनाराम माली चला रहा था। उसने बताया कि चालक ने रॉन्ग साइड में तेजगति व लापरवाहीपूर्वक गाड़ी चलाते हुए टैंकर के टक्कर मार दी। जिससे टैंकर काफी दूर तक तूफान गाड़ी को घसीटते ले गया। हादसे में चालक कानाराम पुत्र गेनाराम माली व ठेकेदार वरदाराम पुत्र रूपाराम व सुरजमल पुत्र बदाराम, झालाराम पुत्र बदाराम, रूसकी कुमारी पुत्री सुरजमल, लीला देवी पत्नी सूरज, कैलाश पुत्र पुना, दिलीप पुत्र रमेश की मृत्यु हो गई। बाकि लोग घायल हो गए।
6 ने मौके पर, 1 रास्ते में और 1 ने अस्पताल में दम तोड़ा
सड़क हादसे के दौरान रविवार रात को महिला व पुरुष सहित 6 जनों की मौत हुई थी। दुर्घटना के बाद सभी घायलों को पिण्डवाड़ा सीएचसी भिजवाया गया। जहां से गंभीर हालत में सिरोही के ट्रोमा सेंटर रेफर कर दिए। इस दौरान एम्बुलेंस में बीच रास्ते में 1 घायल ने और दम तोड़ दिया। इसके बाद ररात को उपचार के दौरान एक घायल की और मौत हो गई। ऐसे में अब तक करने वालों की संख्या 8 तक पहुंच चुकी है।
तूफान टैक्सी में 29 लोग थे सवार
पुलिस ने बताया कि उदयपुर जिले के झाडोल तहसील के ओगना निवासी 29 मजदूर तूफान जीप में सवार होकर मजदूरी के लिए नाकोड़ा बालोतरा के लिए रवाना हुए थे। इनमें सुरजमल पुत्र बदाराम, झाला पुत्र बदाराम, रूसकी कुमारी पुत्री सुरजमल, लीला देवी पत्नी सुरज निवासी भंवरीया, कैलाश पुत्र पुना, दिलीप पुत्र रमेश निवासी नेताजी का वारा, राजु पुत्र सुरजमल, लोकेश पुत्र भेरूलाल, केशुलाल पुत्र मानाराम, सुन्दर पुत्र मंगलाराम, लक्ष्मी पुत्री कन्हैयालाल, उदी पत्नी सवाराम, भंवरलाल पुत्र सवाराम, सुन्दर पुत्र शंकर, करण पुत्र हिमा, सुगना पुत्री मेरा, प्रमोद पुत्र नकाराम, काली बाई पत्नी रमेश, गुड्डी पुत्री पुना राम, सुरेश पुत्र जालमाराम, रामलाल पुत्र नींबाराम, रोशन पुत्र भेरा, सुरता पुत्र झालाराम, श्रवण पुत्र भंवरलाल, कालु पुत्र उदा, रमेश पुत्र नकाराम सहित 29 जने सवार थे।
अस्पताल में मचा कोहराम
सोमवार सुबह दुर्घटना में मृतकों के परिजन पिण्डवाड़ा के राजकीय चिकित्सालय के मोर्चरी रूम में पहुंचे तो अंदर बिखरी पड़ी लाशों को देखकर कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वहां मौजूद लोगों ने ढांढस बंधाया।
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