दरअसल,
सिंगरौली के साजापानी गांव के निवासी विजय कुमार अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए सरई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए थे। यहां डॉक्टर ने उनकी पत्नी की हालत को देखते हुए केस को बैढन के जिला ट्रामा सेंटर में रिफर कर दिया जो लगभग 50 किलोमीटर दूर था। इसके बाद अस्पताल जाने के लिए विजय ने 108 एम्बुलेंस सेवा बुलवाई और उसमे पत्नी को बैठकर ट्रामा सेंटर के लिए निकल गए। फिर 1 किलोमीटर बाद ड्राइवर ने विजय से उन्हें अस्पताल ले जाने का 1000 रूपए किराया मांगना शुरू कर दिया।
एमपी में भाजपा नेत्री के सात साल के बेटे की हार्ट अटैक से मौत, हर कोई हैरान प्राइवेट गाड़ी को देते हो हमें भी दो – ड्राइवर
विजय कुमार ने किराया देने से मना किया और कहा कि यह 108 एम्बुलेंस सेवा सरकारी सेवा है जो निःशुल्क है इसके लिए हम पैसे क्यों दें? तभी ड्राइवर ने उनसे कहा कि आप प्राइवेट गाड़ी को तो किराया देते हो तो हमें भी दे दो…लेकिन इसके बाद भी विजय पैसे नहीं देते है और अपने मोबइल के कैमरे को खोलकर ड्राइवर की बातों की वीडियो बनाते है। ड्राइवर और विजय के बीच बहस हो जाती है। बहस के ड्राइवर विजय से कहता है कि अगर विजय पैसे नहीं देंगे तो वह उन्हें अस्पताल नहीं लेकर जाएंगे और उसने ऐसा ही किया। विजय के पैसे न देने पर ड्राइवर ने उनकी पत्नी को निचे उतार दिया और वहां से चले गए।
अजब एमपी के गजब डॉक्टर : ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में छोड़ा कपड़ा, इलाज के दौरान मौत प्राइवेट गाड़ी कर पहुंचे अस्पताल सरकारी एम्बुलेंस ड्राइवर की इस करतूत के बाद विजय कुमार को मजबूर होकर प्राइवेट गाड़ी करनी पड़ी और अस्पताल जाना पड़ा जिससे उनकी पत्नी का इलाज़ हो पाया। आपको बता दें कि, 108 एम्बुलेंस सेवा एक सरकारी स्वास्थ्य एम्बुलेंस सेवा है जो की निःशुल्क है। हालांकि, कुछ लालची लोग अब इसे पैसे कमाने का साधन बनाते जा रहे है। इस बात की शिकायत आए दिन 108 एम्बुलेंस की हेल्पलाइन नंबर पर की जा जाती है।