सीकर. मंत्रालयिक कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश पर जाने का बुधवार को सरकारी विभागों में व्यापक असर देखा गया। सरकारी कार्यालय खुले तो जरूर लेकिन रसद, परिवहन, जलदाय, रजिस्ट्री, बिजली, नगर परिषद **** कलक्ट्रेट परिसर सूना रहा। फरियादी काम के लिए भटकते रहे लेकिन कर्मचारी नहीं होने से लोगों को राहत नहीं मिली। राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष मुरलीधर शर्मा के नेतृत्व में आक्रोशित मंत्रालयिक कर्मचारियों रैली के रूप में डाक बंगले से रवाना होकर सीकर विधायक रतन लाल जलधारी घर पहुंचे। जहां कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम विधायक को ज्ञापन दिया। चार दिवसीय सामूहिक अवकाश के तहत गुरुवार को मंत्रालयिक कर्मचारी (पंचायत समिति धोद एवं पिपराली सहित) डाक बंगले में सुबह साढे दस बजे एकत्रित होकर रैली के माध्यम से धोद विधायक को ज्ञापन देंगे। इसके अलावा तहसील मुख्यालयों पर भी मंत्रालयिक कर्मचारी एकत्रित होकर प्रदर्शन करेंगे।
सभा में आलोचना मंत्रालयिक कर्मचारी बुधवार को डाक बंगले में एकत्र हुए। जहां सभा में वरिष्ठ उपाध्यक्ष लोकेश चन्द्र माथुर ने बताया कि सरकार की दमनकारी नीति के कारण अल्पवेतन भोगी मंत्रालयिक कर्मचारी आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। बैठक की अध्यक्षता मंत्रालयिक कर्मचारी प्रतिनिधि लक्ष्मणसिंह ने की। उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि मंत्रालयिककर्मी लगातार स्टेट पेरेटी के अनुसार ग्रेड पे 3600 तथा शासन सचिवालय के समान वेतन भत्ते की मांग कर रहे हैं।
स्थायी बस स्टैंड के लिए कलक्ट्रेट का घेराव सीकर सालासर स्टैंड को स्थायी बनाने की मांग को लेकर बुधवार को सालासर स्टैंड पर सभा हुई। सभा में समस्या का समाधान नहीं करने के पीछे प्रशासन की कमजोर इच्छा शक्ति को जिम्मेदार बताया गया। इसके बाद आक्रोशित लोग संघर्ष समिति बैनर तले पैदल मार्च करते हुए प्रमुख मार्गों से होकर कलक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन के बाद कलक्टर ने यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इस मौके पर पूर्व प्रधान बद्रीनारायण थालोड़, अलखपुरा बोगन सरपंच प्रदीप शर्मा, छात्र नेता महेश ओला, जयप्रकाश शर्मा चुड़ोली, ताराचंद बठोठ ,मनीष कस्वां, सत्यपाल ढाका, लाल सिंह पाटोदा, गजेन्द्र सिंह पाटोदा, अशोक वर्मा बठोठ, हनुमान पाटोदा, चिरंजी लाल चुड़ोली, भरत सिंह, श्याम सिंह, राजेश कलवानियां, मनोज ढाका, सुरेश नेहरा सीहोट, जनप्रतिनिधि व संघर्ष समिति सदस्य मौजूद रहे।
…तो उग्र होगा आंदोलन सभा में वक्ताओं ने सालासर ग्रामीण मार्ग बस स्टैंड को स्थायी नहीं करने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। इसके लिए संघर्ष समिति की आगामी बैठक में रणनीति तय की जाएगी।