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दांता के धाबाई वाली कोठी पर अपने ही खेत में सुण्डाराम वर्मा ने प्रायोगिक तौर पर पर कपास की फसल तैयार की है। कपास के यह पौधे तीन साल के हो चुके हैं, जो करीब पन्द्रह साल तक कपास देंगे। सुण्डाराम बताते हैं कि कपास के एक पौधे के पहली साल करीब पचास डोडे लगेेंगे। दूसरी साल करीब सौ तथा तीसरी साल से प्रतिवर्ष करीब दौ सौ डोडे एक पौधे पर आएंगे। एक डोडे में करीब 170 मिली ग्राम कपास निकलेगी।
उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष करीब डेढ़ फीट पर कपास के पौधे की कंटिग की जाती है। तथा एक वर्ग फीट में एक पौधा तैयार होता है। कपास की उन्नत फसल कम पानी में भी अच्छी पैदावार देती है। किसान सुण्डाराम वर्मा ने बताया कि इस कपास की विशेषता है कि यह भीषण कर्मी में भी हरी रहती है। मई जून माह की भीषण गर्मी कपास पर बेअसर रहती है।