तहसीलदार औंकारमल मूंड व सीआई राजेश वर्मा ने बताया कि दोनों महिलाएं मनसा माता के मंदिर में दर्शन के लिए गई थी। दर्शन के बाद वे पीछे पहाडिय़ों की तरफ गई ,जहां एक नीलगाय ने दोनों को अपने सींग में कई बार डालकर मौत के घाट उतार दिया। वहां पर मौजूद करीब 50-60 लोगों ने उनको छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन इस दौरान नीलगाय ने उन पर भी हमला करने की कोशिश की। करीब एक घंटे बाद पहाड़ी के नीचे रहने वाले लोग ऊपर गए और किसी तरह उन्हें छुड़ाया। तहसीलदार औंकारमल मंंूड ने इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों को सूचना देकर नीलगाय को पकडऩे के लिए पाबंद किया है। सूचना पाकर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, कृषि उपज मंडी समिति सदस्य झाबर गुर्जर भी अस्पताल पहुंचे।
मनसा माता की पहाडिय़ों में हिंसक बनी नीलगाय को पकडऩे के लिए सरिस्का से वन विभाग ने टीम बुलाई है। रैंजर रणवीरसिंह शेखावत ने बताया कि रात नौ बने इंद्रपुरा टीम आ गई। सुबह जल्दी रेस्क्यू शुरू किया जाएगा। टीम प्रभारी सरिस्का रैंजर शंकर सिंह के नेतृत्व में नील को ट्रेंक्यूलाइज किया जाएगा।