सेना के नाम से गाड़ी
उन्होंने बताया रिपोर्ट में बताया कि कि पत्नी ने ओएलएक्स पर एक गाड़ी देखी थी। गाड़ी रूकमा देवी जयपुर के नाम से रजिस्टर्ड थी। 6 सितम्बर को भवानीशंकर छीपा पुत्र हनुमान सहाय छींपा के नाम से भारतीय थल सेना के नाम से गाड़ी ली गई। उन्होंने गाड़ी पसंद करने के बाद घर पर पहुंचाने के लिए डिलीवरी देने की बात कहीं गई। तब उसकी पत्नी सें 7 सितम्बर को डिलीवरी के नाम पर 5199 रुपए ट्रांसफर लिए गए। इसके बाद शाम को वापिसी के नाम पर 7199 रुपए इमरान के खाते में डलवाए गए। सेल्स टेक्स के नाम पर 8 सितम्बर की सुबह 7199 व 8199 रुपए दो बार डलवाए गए। दोबारा बहाना बनाकर 21999 डलवा लिए। बाद में इमरान का खाता हैंग होने की बात बोलकर विपिन चौधरी के खाते में 21999 रुपए डलवाए। फिर उन्होंने 41000 रुपए डलवा लिए। फिर दोबारा से गाड़ी कूरियर से भेजने के नाम पर 20000 रुपए डलवा लिए। फिर जमशेद आलम के खाते में 20000 हजार रुपए और शाम को 21999 रुपए ऑनलाइन डलवा लिए। धोखेबाजों ने गाड़ी को घर भिजवाने के नाम पर दो लाख तेरह हजार 190 रुपए डलवा लिए। इसके बाद वे गाड़ी का इंतजार करते रहे। कई दिनों तक गाड़ी नहीं पहुंची तो उन्होंने इन नंबरों पर कॉल किए। सभी नंबर बंद मिले। उन्होंने ना तो रुपए वापिस मिले और ना ही गाड़ी घर पहुंची। इसके बाद उन्होंने उद्योगनगर थाने पहुंच कर मामला दर्ज कराया।