भाजपा सरकार ने शेखावाटी क्षेत्र में कांग्रेस को कमजोर करने की मंशा से यह कदम उठाया, जबकि सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला अपने मापदंडों पर पूरी तरह खरे उतरते हैं। गठाला ने कहा कि शेखावाटी क्षेत्र में कांग्रेस ने 21 में से 14 सीटों पर जीत हासिल की और सीकर, चूरू, झुंझुनू के तीनों सांसदों को भी कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने जीता, जिससे भाजपा निराश हुई।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जन भावनाओं को देखते हुए नीमकाथाना को जिला बनाने का निर्णय लिया था, ताकि क्षेत्र की जनता को सीकर से दूरी और समस्याओं का सामना न करना पड़े। भाजपा सरकार ने इस कदम को पलटकर जनता के साथ अन्याय किया है।
साथ ही गठाला ने भाजपा सरकार के विभिन्न फैसलों का विरोध करते हुए कहा कि वह केवल जनता से छीनने का काम कर रही है, जैसे कि इंग्लिश मीडियम और हिंदी मीडियम स्कूलों को हटाना और नगर पालिकाओं का समापन। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार की योजनाओं को बंद कर दिया और जनता को राहत देने वाली सुविधाओं को खत्म कर दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रभारी मंत्री के बयान का भी विरोध किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सीकर संभाग और नीमकाथाना जिले को हटाने का कोई विरोध नहीं है। गठाला ने चुनौती दी कि प्रभारी मंत्री को दिखाया जाए कि विरोध क्या होता है। धरने को सचिव जिला कांग्रेस कमेटी तनसुख ओला, धर्मेन्द गठाला, एडवोकेट महेन्द्र प्रताप, कांतप्रसाद शर्मा ,भागूराम सैनी, राजेन्द्र महराणिया, राजपाल डोई, सरपंच सुरेश खैरवा प्रवीण जाखड़ ने संबोधित किया।
24 दिन से क्रमिक अनशन जारी
नीमकाथाना जिला बनाने की मांग को लेकर 24 वें दिन भी हड़ताल जारी रही। गुरुवार को क्रमिक अनशन पर रामजीलाल सैनी हेमराजपुरा, पूर्व सरपंच हरि सैनी धांधेला, नीरूराम सेनी हेमराजपुरा, रामेश्वर सैनी स्यालोदड़ा, प्रकाश सैनी हेमराजपुरा को माला पहनाकर धरने पर बैठाया। जमनालाल यादव, ताराचंद यादव, सुगनचंद निमोद, महेश मेगोतिया, नंदू सैनी, बसन्त यादव, बलदेव यादव, कृष्ण यादव, लोकेश मीणा आदि ने भी अपने विचार रखे।