नॉलेज को टास्क में बदलकर ट्रेनिंग
स्टार्टअप के जरिए अभिषेक खेल, प्रतियोगी परीक्षाओं व कॅरियर सहित किसी भी क्षेत्र में लक्ष्य बना चुके युवाओं को प्रशिक्षित करते हैं। खास बात ये है कि प्रशिक्षण में कोई भाषण या लेखन नहीं होता। बल्कि, नॉलेज को टास्क में बदलकर तैयार अपने विशेष कोर्स के जरिए 100 से ज्यादा तरह की दिमागी कसरत व दोनों हाथों से लिखने सरीखी विशेष गतिविधियां करवाई जाती है। जो मन और मष्तिष्क के भटकाव को दूर कर प्रशिक्षणार्थियों को एकाग्र करते हुए मानसिक रूप से मजबूत बनाती है।
माइंड सेट से बनाया वल्र्ड रिकॉर्ड
अभिषेक से प्रशिक्षण लेकर इंडियन एयरफोर्स के जवान शिवराज 9 घंटे 43 मिनट एब्डोमिनल प्लेंक कर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं। इससे पहले खुद अभिषेक भी 2019 में 8 घंटे 5 मिनट प्लेंक कर विश्व रेकॉर्ड बनाया था। बकौल अभिषेक वे अब तक देशभर के 400 से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित कर चुके हैं।
खुद की कमजोरी से मिली सीख
माइंडसेट पर स्टार्टअप का ये अनूठा आइडिया अभिषेक को खुद की कमजोरी से ही आया। बकौल अभिषेक कभी उन्हें भी लगता था कि वे कभी सफलता हासिल नहीं कर सकते। पर बाद में उन्होंने अपना माइंड सेट बदला और प्लेंक में वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया। बाद में अपने जैसे अन्य युवाओं को भी सफलता की राह दिखाने के लिए 2022 में लूजर माइंडसेट की शुरुआत की।