यह लिखा पोस्ट में
मैं किसान का बेटा पहले हूं..बाद में एक डाक्टर। मैं शहर में रहता हूं लेकिन मुझे मेरे कृषक समुदाय से बेहद लगाव है। मैं सरकार के खिलाफ किसानों की इस मुहिम के पक्ष में हूं। मेरे अधिकतर साथी मित्र एवं सहयोगी जो ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं उनको भी इसका समर्थन करना चाहिए। हमारा देश कृषि प्रधान देश है। यह देश गांवों में बसता है इसकी उन्नति का रास्ता भी गांवों खेतों से होकर निकलेगा….जागो हुक्मरानों।
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कहीं चुनाव को लेकर तो नहीं
सीकर सीएमएचओ ने चिकित्सकों के आंदोलन के खत्म होने के बाद कहा था कि वे कहीं भी चुनाव लडने के मूड में नहीं है। हाल में जारी पोस्ट को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। जिनमें सीकर सीएमएचओ के चुनाव लडऩे की भी चर्चा हो रही है।
कमेंट ना करने का था आदेश
राज्य सरकार की ओर से पिछले दिनो जारी एक परिपत्र में राज्य सरकार के कर्मचारियों को सरकार के खिलाफ फेसबुक व सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर किसी भी प्रकार के कमेंट नहीं करने के लिए आदेश जारी हुआ था। आदेश में कार्रवाई के लिए भी लिखा गया था। ऐसे में अब सीकर सीएमएचओ के इस तरह खुलेआम सरकार से गुहार लगाने पर आगे कार्रवाई हो सकती है।