यदि मन में सफलता पाने की ललक हो तो मुसीबत खुद राह से हट जाती है। यह साबित कर दिखाया सीकर जिले की श्रीमाधोपुर तहसील की ढाणी नीमड़ी निवासी ओमप्रकाश मिठारवाल ने। ओमप्रकाश ने Commonwealth Games 2018 की 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता है। ओमप्रकाश ने सेना में रहते हुए एयर पिस्टल की तैयारी की। ओमप्रकाश के पिता सज्जन कुमार गांव में खेती करते है। फिलहाल ओमप्रकाश इंदौर के पास मऊ में सेना में पदस्थापित है। ओमप्रकाश की माता शांतिदेवी गृहिणी है। ढाणी में जैसे ही पदक जीतने की जानकारी मिली तो लोग खुशी से झूम उठे। ग्रामीणों ने ओमप्रकाश के घर जाकर बधाई दी। ओमप्रकाश की पत्नी अंजू गांव में रहकर ही स्नातक की पढ़ाई कर रही है।
बचपन से थी ललक, सेना में जाकर पूरे हुए अरमान
ओमप्रकाश के एयर पिस्टल शूटिंग की ललक बचपन से थी। लेकिन वह घर पर रहते हुए अपने अरमानों को पूरा नहीं कर सका। सेना में उसने अधिकारियों के सामने एयर शूटिंग की इच्छा जताई तो अधिाकारियों ने भी उसे आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया।
शेखावाटी के होनहार राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पहले भी मान चुके है। सीकर निवासी बजरंग ताखर ने ओलम्पिक व एशियन गेम्स की नौकायन स्पर्धा में देश को सोना जिताया था। वहीं देवेन्द्र झाझडिय़ा व कृष्णा पूनियां भी सोना जीता चुके है।
खेल का माहौल बने तो और आगे आए खिलाड़ी
एक्सपर्ट का कहना है कि शेखावाटी में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। लेकिन आवश्यकता यहां के खिलाडिय़ों को खेल संसाधन और माहौल उपलब्ध कराने की है। यहां के जिन खिलाडिय़ों ने पदक जीते है वह अपनी मेहनत के दम पर जीते है। यहां के खेल विभाग की हालत यह है कि ज्यादातर खेलों के कोच ही नहीं है।