यह है हकीकत
एसके अस्पताल में रोजाना औसतन 1400 और जनाना अस्पताल में 175 मरीजों का आउटडोर रहा है। मार्च 2017 में एसके अस्पताल में 44,754 मरीज आउटडोर में आए। इस अवधि के दौरान 254 मरीज रैफर हुए और 62 मरीज अस्पताल छोड गए थे। जनाना अस्पताल में 409 प्रसव हुए। जन्म से पहले चार बालक व तीन बालिकाओं ने दम तोड़ दिया था। वहीं मार्च 2018 में 40,977 आउटडोर में आए। अस्पताल में भर्ती 168 मरीज बीच में उपचार छोडकर चले गए। जनाना अस्पताल में 324 प्रसव और 9 बच्चे मृत पैदा हुए।
सीकर. जिले में गर्मी के मौसम के शुरूआत के साथ ही जलदाय विभाग के पेयजल आपूर्ति के दावे धराशायी हो रहे है। पेयजल आपूर्ति लडख़ड़ाने की शिकायतें जिला प्रशासन तक भी पहुचने लगी हैं। सोमवार को जिला कलक्टर नरेश कुमार ठकराल ने समीक्षा बैठक में पीएचईडी के अधीक्षण अभियन्ता को पेयजल व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अभियंताओं को पाबंद करने के लिए निर्देश दिए। गणेश्वर में पेयजल की समस्या से निजात दिलाने के लिए झरने चल रहे हैं, दूसरी तरफ नए नलकूप खोदने पर सूखे निकल रहे हैं। इसकी तत्थात्मक रिपोर्ट तैयार कर भिजवाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा गुडाकला विद्यालय में जल आपूर्ति सुचारू करवाने के निर्देश दिए हैं।