लेकिन चार माह का समय निकलने के बाद भी सरकार की ओर से समझौते को लागू करवाने के लिए अभी तक कोई प्रयास नहीं कर रही है। ऐसे में अब किसानों को मजबूरन एक बार फिर से समझौते को लागू करवाने के लिए आन्दोलन का कदम उठाना पड़ रहा है।
इस दौरान पूर्व सरपंच भगवान सहाय जाखड़, श्यामलाल राव, बीरबल राव, महेश नेहरा, राजेन्द्र कादिया, सुवालाल, प्रकाश अग्रवाल सहित कई नेताओं ने सभा को संबोधित किया और सरकार की नीतियों को किसान विरोधि बताकर सरकार को सबक सिखाने की बात कही। साथ ही 22 फरवरी को
जयपुर कूच करने को लेकर भी किसानों के सामने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। इस दौरान आसपास के गांवों से कई किसान उपस्थित हुए।