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दिल्ली मेट्रो में इन पदों पर होगी भर्तियां,और भी कई विभागों में नौकरी हासिल करने का युवाओं के लिए शानदार मौका

अभ्यर्थियों के चयन के लिए दो चरणों में कम्प्यूटर बेस्ड परीक्षा व मेडिकल होगा।

सीकरJan 30, 2018 / 11:14 am

vishwanath saini

सीकर .दिल्ली मेट्रो में नौकरी का सपना देख रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। डीएमआरसी ने 1896 विभिन्न पदों के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी है। इसमें डिप्लोमा इंजीनियर के विभिन्न ब्रांच इलेक्ट्रीकल, मैकेनिकल व सिविल के 464 पद है। वहीं मेंटेनर- इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रो मैकेनिक व फीटर के 1058 पद है। इन पदों के आवेदन के लिए संबंधित ट्रेड में आईटीआई होना आवश्यक है। अभ्यर्थियों के चयन के लिए दो चरणों में कम्प्यूटर बेस्ड परीक्षा व मेडिकल होगा। एक्सपर्ट ने बताया कि परीक्षा में संबंधित ट्रेड की थ्योरी के 75 प्रश्न, रीजनिंग के 10, गणित के 5, सामान्य ज्ञान के 10, विज्ञान व समसामायिकी के 10,अंग्रेजी के 10 प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा में एक तिहाई नेगेटिव मार्र्किंग रहेगी। संबंधित ट्रेड तथा अंग्रेजी पर मजबूत पकड़ से आसानी से इस परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है। इस परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन 26 फरवरी तक होंगे।

 


जेडएसआई में भर्तियों का मौका
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जेडएसआई) में विभिन्न श्रेणी के 33 पदों पर भर्तियों का मौका है। इसमें जूनियर रिसर्च फेलो (जेआरएफ) और रिसर्च एसोसिएट सहित कई पद शामिल हैं। ऑफलाइन आवेदन 15 फरवरी तक होंगे। इसमें रिसर्च एसोसिएट के तीन, रिसर्च एसोसिएट का एक पद, जेआरए के छह पद, जेआरएफ के आठ पद व फील्ड असिस्टेंट के 12 पद है। भर्ती के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से साक्षात्कार लिया जाएगा। इसके अंकों के आधार पर नियुक्ति दी जाएगी।

 


इंजीनियर के 44 पदों पर भर्ती
पश्चिम बंगाल के जल संसाधन विकास विभाग में विभिन्न श्रेणी के इंजीनियर के 44 पदों पर भर्ती होगी। आवेदन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ऑफलाइन करना है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि छह फरवरी है। इसमें सब असिस्टेंट इंजीनियर के 28 पद, असिस्टेंट इंजीनियर के सात पद है। अभ्यर्थियों को विभाग की बेवसाइट पर ऑनलाइन पंजीयन करना होगा।

 

 

रीट परीक्षा: अब रिविजन पर फोकस
परीक्षा होने में दो सप्ताह से भी कम समय शेष रह गया है। इसलिए अभ्यर्थियों को योजना बनाकर पढ़ाई करनी होगी। एक्सपर्ट ने बताया कि अब नए टॉपिक पढऩे के बजाय अब तक जो पढ़ा है, उसी के दोहराव पर अध्कि ध्यान दें। प्रतिदिन पाठ्यक्रम की महत्वपूर्ण अध्ययन सामग्री का संक्षिप्त अध्ययन अवश्य करें। पाठ्यक्रम के दोहराव के लिए प्रत्येक विषय के लिए समय निर्धारित कर उसे कुछ उपभागों में बांट लेना चाहिए। पाठ्यक्रम के जो बिन्दू माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पुस्तकों में हैं, उन्हें एक बार अवश्य पढऩा चाहिए।

 

परीक्षा में पूछे जाने वाले ‘समझ पर आधारित’ विश्लेषणात्मक प्रश्न लंबे समय तक दिमाग में स्थाई रह सकते हैं लेकिन तथ्यात्मक बिन्दुओं के भूलने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए अंतिम समय में भाषा, व्याकरण, मनोविज्ञान व संबंधित विषय के तथ्यात्मक बिन्दुओं का दोहराव अधिक आवश्यक है। हमेशा कम से कम एक स्तरीय मॉडल प्रश्न-पत्र निर्धारित सम्यावधि में हल करना नितांत उपयोगी है। कमजोर पक्ष व इस दौरान होने वाली खामियों पर विशेष ध्यान देकर उन्हें सुधारने का प्रयास करें।

 

परीक्षा से एक-दो दिन पहले पेपर आउट होने की खबरें चलना भी सामान्य बात हो चुकी हैं। अभ्यर्थी इन बातों से दूर रहते हुए अपनी तैयारी पर ध्यान रखें। समय के अधिकाधिक सदुपयोग के लिए परीक्षा के दिनों में सोशल मीडिया से दूरी बनाना बेहतर रहेगा। अक्सर ऐसा होता है कि तैयारी के दबाव में परीक्षा से कुछ दिन पहले परिक्षार्थी को ऐसा लगने लगता है कि उसे साधारण से साधारण तथ्य भी याद नही है।

 

वास्तव में ऐसा तनाव और चिंता के कारण होता है। पहले किया हुआ अध्ययन परीक्षा कक्ष में एकाएक ताजा हो जाता है। तनाव से बचने के लिए अकेले पढऩे के बजाय समूह में तैयारी करें। पाठ्य सामग्री के अध्ययन के बाद उस पर चिंतन-मनन करे। योग ?, व्यायाम और खेल के लिए भी पर्याप्त समय निकालें। परीक्षा के अंतिम दिनों में सिलेबस पर भी एक बार नजर जरूर डाले ताकि यह कुछ टॉपिक रिविजन से छूट रहे हो तो उनकी तैयारी की जा सके।

 

 

महत्वपूर्ण प्रश्न
भीलवाड़ा जिले के आगूचा-गुलाबपुरा क्षेत्र में कौनसा खनिज प्राप्त होता है

– जस्ता
राजस्थान में केन्द्रीय विश्वविद्यालय कहां स्थित है

अजमेर
भारत सरकार ने राजस्थान के किस जिले में ‘भारतीय प्रबन्ध संस्थान’ की शुरूआत की है

उदयपुर
राजस्थान में अरावली पर्वतमाला के विस्तार की क्या दिशा है

– दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व
भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान राजस्थान की कौनसी प्रसिद्ध महिला अपने छ: माह के पुत्र के साथ जेल गई

– नारायणी देवी वर्मा
हाड़ौती के पठार में राजस्थान का कौनसा क्षेत्र सम्मिलित किया जाता है

– दक्षिणी-पूर्वी
चोकला, मगरा, पूगल किस पशु की नस्ल है

– भेड़
राजस्थान में चावल का उत्पादन मुख्य रूप से किस जिले में होता है

– बूंदी
राजस्थान में प्रथम चीनी उद्योग कहां स्थापित किया गया था

– भोपालसागर
सूखा सभाव्य क्षेत्र कार्यक्रम का प्रारम्भ राजस्थान में किस वर्ष में किया गया

1974-75
राजस्थान में मूर्तिकला के लिए कौनसा शहर प्रसिद्ध है

जयपुर
किस शासक को मेवाड़ की बौद्धिक व कलात्मक उन्नति का सर्वाधिक श्रेय दिया जाता है

– महाराणा कुम्भा
भारत सरकार का उपक्रम इन्स्ट््रुमेन्टेशन लिमिटेड राजस्थान में कहां स्थित है

-कोटा
भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र किस जिले में स्थित है

-अलवर
हाथ से कागज का निर्माण कार्य कहां पर किया जाता है

– सांगानेर
बरसिंगसर ताप परियोजना किस जिले में स्थित है

बीकानेर
किस स्वतन्त्रता सेनानी को ब्रिटिश शासकों द्वारा एक जन्म में दो बार आजीवन कारावास की सजा दी गई

– विनायक दामोदर सावरकर
तुम बुद्धिमान हो इसलिए ढंग से बात करो वाक्य है

-संयुक्त वाक्य
बाजार में किस संज्ञा का वोध होता है

-समूहवाचक
रेडियों की सीमाओं को कौनसा श्रव्य साधन दूर कर सकता है

-टेप रिकॉर्डर
लेखन कला का विकास होता है

-अभ्यास से

 


इन दिनों चर्चा में…
आस्ट्रेलिया ग्रुप

उच्च तकनीकी और घातक हथियारों के निर्माण में उपयोगी सामग्रियों के निर्यात पर निगरानी रखने वाली संस्थाओं एमटीसीआर और वासेनार अरेंजमेंट के बाद भारत अब आस्ट्रेलिया ग्रुप एजी का 43 वां सदस्य बन गया हैं। एजी यह सुनिश्चित करता है कि जैविक या रासायनिक उपकरण और प्रोद्योगिकी का कोई देश हथियारों के निर्माण में दुरूपयोग न करें और आतंकवादी इन्हें हासिल न कर सकें।

 

स्मार्ट सिटी मिशन

केन्द्र सरकार स्मार्ट सिटी मिशन के लिए पूर्व में घोषित 90 शहरों के बाद 9 शहर -सिलवासा (दादर व नगर हवेली), इरोद,(तमिलनाडु), दीव (दमन व दीव), बिहार शरीफ, (बिहार), बरेली, मुरादाबाद सहारनपुर (यूपी), कावारती, (लक्ष्यद्वीप), ईटानगर (अरूणाचल प्रदेश) को भी शामिल किया है।

 

पद्म पुरस्कार

इस वर्ष के लिए पद्म पुरस्कार में राजस्थान से नारायणदास महाराज, शाहपुरा,(जयपुर) को आध्यात्मिक क्षेत्र में तथा सिरोही के रघुवीर सिंह को ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों के संरक्षण के लिए साहित्य व शिक्षा क्षेत्र में पद्म श्री पुरस्कार दिया गया हैं।

 

बंटी हुई दुनिया के लिए साझा भविष्य निर्माण

वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम की 48 वीं बैठक दावोस (स्विट्जरलैण्ड) में हुई है। जिसकी थीम थी बंटी हुई दुनियां के लिए साझा भविष्य का निर्माण। 21 वर्ष बाद भारतीय पीएम इसमें शामिल हुये है। यह फोरम एक गैर लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संस्था है, जो सार्वजनिक निजी सहयोग के लिए व्यापार, राजनीति, शिक्षा और समाज के अग्रणी जनों को एक साथ लाकर दुनियां में सुधार के लिए समर्पित है।

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