चेक बाउंस का मामला दर्ज करवाया
पत्रिका टीम 18 महीने पुराने मामले की हकीकत जानने मलकेड़ा गांव पहुंची तो स्थिति चौंकाने वाली सामने आई। दंपती के इकलौते बेटे मनीष का कहना था कि माता-पिता की मौत के बाद मलकेड़ा में किराए की जगह उसने छोड़ दी है और मजदूरी कर अपना पेट पाल रहा है। मायूसी के साथ मनीष बताता है कि उसका पीछा अभी भी सूदखोरो ने नहीं छोड़ा है। हादसे के बाद भी सूदखोर उसको धमका रहे हैं और उनके खिलाफ दर्ज कराया गया मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। मनीष ने बताया कि माता-पिता की मौत के बाद सूदखोरों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद आरोपियों ने भी उसके विरोध में चेक बाउंस का मुकदमा दर्ज करा दिया था। अब वे लोग मिलकर इस बात का दबाव बना रहे हैं कि पहले तो मुकदमा वापस ले। इसके बाद वे भी उस पर दर्ज कराया मुकदमा रफा-दफा करा देंगे।