दुगुने से ज्यादा कोई नहीं ले सकता
सीकर में सूदखोरों की वजह से तीन लोगों के आत्महत्या करने के मामले में पत्रिका के सवाल पर गृहमंत्री ने कहा कि सूदखोरी के लिए कई कानून बने हुए है। कई बार हम सख्ती से इन कानूनों की पालना नहीं करा पाते है। गृहमंत्री ने कहा कि कोई कितना भी बड़ा सूदखोर या बैंक क्यो नहीं हो वह दुगने से ज्यादा वसूल नहीं कर सकता है।
बढ़ती आत्महत्या को लेकर चिन्ता
कटारिया ने कहा कि बढ़ती आत्महत्याओं को लेकर केन्द्र सरकार भी चिन्तित है। न्यायालय में जिन सबूतों के साथ इस तरह के मामलों को रखा जाना चाहिए। कई बार हम नहीं रख पाते है।
जेल में पढ़ी है हनुमान चालीसा
गृहमंत्री ने कई पुराने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वह जेल में भी हनुमान चालीसा के पाठ करते थे। इस कारण कभी भी जीवन में तनाव हावी नहीं हुआ।
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