भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर जुटे किसानों ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान मरणासन्न अवस्था में है। यूनियन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में केन्द्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुए एक निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया था।
बाराबंकी के साथ ही अलीगढ़-नोएडा मार्ग पर तप्पन के निकट भी बड़ी संख्या में किसानों ने शवासन किया आैर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध जताया। भारतीय किसान यूनियन ने देशभर के किसानों से इस दिन को योग दिवस के स्थान पर शोक दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया था।
कांग्रेस का शवासन भोपाल में कांग्रेस ने भी शवासन कर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की। कांग्रेसी नेताआें ने मंदसौर में किसानों की मौत के विरोध में शवासन किया। मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान कुछ दिनों पहले पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत हो गर्इ थी।