दरअसल, डोटासरा के इस दौरे को शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है। वहीं सियासी गलियारों में इस शक्ति प्रदर्शन की बड़ी चर्चा हो रही है। चर्चा है कि राजस्थान कांग्रेस में गहलोत-पायलट के बाद डोटासरा तीसरा शक्ति केन्द्र बनते जा रहे हैं। वहीं, डोटासरा से पिछले कुछ दिनों से राजस्थान के कई बड़े नेताओं ने भी मुलाकात की है। और डोटासरा के इस दौरे में विधायक अशोक चांदना और रामनिवास गावड़िया की मौजूदगी की भी चर्चा जोरों पर है।
परबतसर के तेजाजी मंदिर में की पूजा-अर्चना
बता दें, बीते शुक्रवार को डोटासरा सबसे पहले अजमेर जिले के सुरसुरा ग्राम पहुंचे तथा वीर तेजाजी महाराज के वार्षिक मेले में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सम्मिलित हुए। यहां से नागौर जिले परबतसर में स्थित वीर तेजाजी मंदिर में पहुंचे और पूजा-अर्चना की। उन्होंने बताया कि देवस्थान मंत्री रहते परबतसर मंदिर में 2 करोड़ 34 लाख रुपए मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए दिए थे। उसके बाद पहली बार आए हैं।
उनके साथ पूर्व मंत्री अशोक चांदना भी मौजूद थे। दौरे में विधायक जाकिर हुसैन गैसावत, हाकम अली, विकास चौधरी, शिखा मील बराला, रामनिवास गावड़िया, पूर्व विधायक बाबूलाल नागर, गंगा देवी, नसीम अख्तर इंसाफ, महेन्द्र चौधरी, चेतन डूडी, गोपाल लाल मीना, जसवंत गुर्जर, रामसिंह कस्वां सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।
किरोड़ीलाल के इस्तीफे की फिर की चर्चा
वहीं, शाम को लोसल में तेजा उत्सव कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने पर कहा कि, हम तो पहले से ही कह रहे है कि ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है। राजस्थान में 6 उपचुनाव हैं जिसमें बीजेपी शून्य रहेगी।
इसके अलावा डोटासरा ने बीजेपी नेता किरोड़ी लाल पर निशाना साधा है। डोटासरा ने नाम लिये बिना किरोड़ीलाल मीना मामले पर तंज कसते हुए कहा कि, सरकार के मंत्री ढाई महीने से इस्तीफा लिये घूम रहे हैं लेकिन उनकी सुनने को कोई तैयार नहीं है। इससे ज्यादा शर्म की कोई बात नहीं हो सकती। इस सरकार में खुद के विवेक से कोई काम नहीं कर पा रहे है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी सरकार 9 महीने के कार्यकाल में ही फेल हो गई है।
ओमदास महाराज से आशीर्वाद लिया
पार्टी के प्रदेश स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि प्रदेशाध्य डोटासरा ने सीकर जिले के सांगलिया धूणी आश्रम में बाबा रामदेव जयंती के अवसर पर संत ओमदास महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। यहीं वीर तेजाजी महाकुम्भ में शामिल हुए।