विभाग की ओर से काफी लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे। सैनिक विश्राम गृह फतेहपुर के लिए 61 सब एरिया की जल्द एनओसी भी जारी होगी।चिंकारा कैंटीन से इलाके के दस हजार से ज्यादा सैनिक परिवारों को राहत मिलेगी। वहीं विद्यार्थियों को 50 से 60 किलोमीटर का चक्कर भी नहीं लगाना पड़ेगा।
70 वर्ष बाद मिला जमीन का हक, न्याय आपके द्वार में निपटा दावा तो मिला हक
फतेहपुर. जमीन नाम करवाने के लिए चक्कर लगा रहे एक परिवार के घर 70 साल बाद खुशियां आई। जमीन नाम करवाने के लिए लड़ी जा रही लंबी लड़ाई शुक्रवार को खत्म हुई। तहसीलदार सरिता चौधरी ने बताया बेसवा निवासी बशीर खां ने 1998 में जमीन नाम करवाने के लिए एसडीएम कोर्ट में दावा पेश किया था, लेकिन दो गांवों के बीच सीमा विवाद होने से उक्त खातेदार के जमीन नाम नहीं हो सकी।
बेसवा गांव में करीब एक हजार बीघा भूमि तनाजा भूमि के रूप में दर्ज थी। भू प्रबंधन विभाग के द्वारा दो गांवों की सीमा निर्धारित नहीं होने के कारण उक्त एक हजार बीघा भूमि को तनाजा भूूमि में डाल रखा था। खातेदार बशीर खां के पोते आसिफ बेसवा ने बताया कि उनके परदादा उक्त भूमि पर खेती कर रहे थे, उसके बाद उनके दादा बशी खां जो कि 90 वर्षीय है वो उक्त भूमि पर खेती कर रहे थे।
1998 में उन्होंने भूमि के खातेदारी अधिकार लेने के लिए एसडीएम कोर्ट में दावा पेश किया। लेकिन सीमाकंन नहीं होने के कारण डिक्री जारी नहीं हो सकी। एसडीएम रेणू मीणा ने दावा का निरीक्षण कर भूमि बेसवा तन के नाम करवाई व उसके बाद खातेदार बशीर खां को खातेदारी अधिकार दिए। शुक्रवार को गारिण्डा गांव पंचायत के अटल सेवा केन्द्र में विधायक नन्द किशोर महरिया के मुख्य आतिथ्य में जमाबंदी सौंपी।
शिविर में सैकड़ों हुए लाभांवित
फतेहपुर. गारिण्डा ग्राम पंचायत में शुक्रवार को न्याय आपके द्वार शिविर लगाया गया। पटवारी फूल सिंह सिहाग ने बताया कि शिविर में 8 पुराने राजस्व दावे, 76 नामान्तरण, 32 राजस्व नकल, तीन विभाजन, तीन सीमाज्ञान, 45 शुद्धि पत्र व तीस अन्य कार्य किए गए।