इस दौरान एक महिला कर्मचारी ने धरना स्थल पर भैंस के आगे बीन बजाकर अपना विरोध जाहिर किया। यह तस्वीर न केवल पूरे शेखावाटी में चर्चा का विषय रही बल्कि सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
इधर, क्रमिक अनशन पर बैठने वालों में महावीर भालोठिया, कपिल बुरडक, पितरामसिंह, रघुवीर सिंह सैनी, प्रेम सिंह, इन्द्र सिंह बेनिवाल, मुबारक अली, सुनिल बराला, बलबीर बिजारणिया, सुधीन्द्र लोयल, कमलेश शामिल थे।धरना स्थल पर राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सत्यवीर सिंह झाझडिय़ा, ग्राम सेवक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मपाल चौधरी, जिला पेंशनर समाज के अध्यक्ष पीएल शर्मा, महामंत्री नेमीचन्द पूनियां ने आकर अपना समर्थन दिया।
इधर राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ ने मंत्रालयिक कर्मचारियों के चल रहे आंदोलन को समर्थन दिया है। प्रदेश संरक्षक आजम खां कोलिंडा के नेतृत्व में प्रदेश में सभाध्यक्ष सुनील चाहर, जिलामंत्री सत्यवीर झाझडिय़ा, जिलाध्यक्ष प्रदीपकुमार, रघुवीर महला, दिनेशकुमार आदि ने कलक्टर को ज्ञापन देकर कर्मचारियों की मंाग को जायज ठहराते हुए निस्तारण की मांग की है।
चिड़ावा. कर्मचारी सुभाषचंद्र, रविकुमार, लालचंद, विनयकुमार जांगिड़ व पंकज सैनी क्रमिक अनशन पर रहे। कर्मचारियों की मांगों को एडवोकेट विनोद डांगी, राजस्थान पेंशनर उपशाखा अध्यक्ष हरनाथसिंह, पार्षद सुमित्रा सैनी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष सूर्यकांत शर्मा ने भी समर्थन दिया। कर्मचारियों के हड़ताल पर चलने से सरकारी कामकाज पूरी तरह ठप हो रहा है।
इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष कैलाशसिंह कविया, ओमप्रकाश सैनी, बहादुरमल सैनी, योगेंद्र शर्मा, सुभिता, मिनाक्षी टेलर, सुनीता बडग़ुजर, निर्मला, सुशीला, सुमनदेवी, पुष्पा कुमारी, रेखा ओला, अनिताकुमारी, सुमन कुमारी, सुमन कटेवा, कुलदीप मीणा, रोहिताश्व नूनिया, नरेंद्रकुमार, उम्मेदसिंह चाहर, मूलचंद सैनी, शीशराम सैनी, विजय जांगिड़ आदि मौजूद थे। खेतड़ी. क्षेत्र के पांच कर्मचारी क्रमिक अनशन पर भी बैठे।