एमपी में किडनैपर्स पर भारी पड़े स्ट्रीट डॉग्स, बाल-बाल बची बच्ची
पूरे मामले पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश कुशवाहा का कहना है कि वो पहली बार जिला पंचायत सीईओ के पास गए थे इसलिए अपने साथ मिठाई का डिब्बा लेकर गए थे। जो पैसे थे वो मेरे ही थे और मैं अपने निजी काम के लिए रखे हुआ था। वो पैसे मैं सीईओ को नहीं देने वाला था, उन्हें गलतफहमी हुई है कि हम रिश्वत देने की कोशिश कर रहे थे हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं था। वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि अपर कलेक्टर की सूचना पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य व उनके साथी को पकड़कर लाए थे। साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।