गले मिलकर दी ईद उल जुहा की मुबारक
परंपरागत तरीके से मनाया गया ईद-उल-जुहा का पर्व, ईदगाह में अता की गई नवाज, मांगी गई अमन चैन की दुआ
सीधी। कुर्बानी का त्यौहार ईद-उल-जुहा सोमवार को मुस्लिम भाइयों द्वारा परंपरागत तरीके से मनाया गया। शहर के ईदगाह में बकरीद की नवाज अता की गई। वहीं ईदगाह से बाहर निकलकर गले मिलकर एक-दूसरे को बकरीद पर्व की बधाई दी गई। इस अवसर पर मुस्लिम भाइयों को पर्व की बधाई देने जनप्रतिनिधि भी ईदगाह के बाहर पहुंचे थे। नवाज अता करते समय मुस्लिम भाइयों के द्वारा राष्ट्र में अमन शांति एवं उन्नति की दुआएं मांगी गई।
शहर के ऐतिहासिक ईदगाह में नवाज पढऩे के बाद मौलाना द्वारा बताया गया कि बकरीद का पर्व कुर्बानी का पर्व है। जहां हम मुस्लिम भाइयों के साथ एकत्रित होकर देश में अमन चैन के लिए नवाज अदा कर दुआएं मांगे हैं। यहां आपसी सौहार्द को देखकर मैं बड़े गर्व से कह रहा हूं कि इसी सीधी की तरह कौमीय एकता एवं राष्ट्रीय एकता पूरे देश मे कायम रहे। ताकि दूसरे मुल्क वाले लोग भी हमारे अच्छे पथों का अनुकरण करें। यहां तो सब भाई-भाई की तरह रहते हैं। पता ही नहीं चलता कौन विरादरी वाला और कौन गैर विरादरी वाला है। वहीं मुस्लिम संघ के पदाधिकारी समशेर अली खान के द्वारा बताया गया कि बकरीद के पर्व पर प्रतीक स्वरूप बकरे की कुर्बानी दी जाती है। किंतु बकरा एक वर्ष से छोटा नहीं होना चाहिए। वहीं कुर्बानी दिए गए बकरे का तीन हिस्सा बांटा जाता है जिसमें एक हिस्सा गरीबों को, दूसरा हिस्सा रिस्तेदारों को तथा तीसरा हिस्सा परिवार के खाने के लिए रखा जाता है। ईदगाह में बकरीद पर्व को लेकर प्रशासन मुस्तैद दिखा जहां कई जगह पुलिस की टुकडिय़ां तैनात की गई थी। ईदगाह में नमाज अता करने के बाद कई जनप्रतिनिधि उन्हें ईद उल जुहा की बधाई देने पहुंचे, और गले मिलकर बधाई दी।
चुरहट में अता की गई नवाज-
ईदुलजुहा की नमाज सोमवार की सुबह चुरहट जामा मस्जिद में अता की गई, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जामा मस्जिद पहुंचकर नमाज अता की। इसके बाद एक-दूसरे का गले मिलकर ईदुलजुहा की बधाई दी। उसके बाद दरगाह सरीफ कबरिस्तान जाकर अगरबत्ती एवं फातिया पढ़ी। तत्पश्चात अपने-अपने घर जाकर कुर्बानी पेश की एवं बधाई दी।
सेमरिया मे भी मनाया गया कुर्बानी का पर्व-
कुर्बानी का पर्व बकरीद सोमवार को सेमरिया मे भी परंपरागत तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर सुबह करीब 9.15 बजे स्थानीय मस्जिद मे नमाज अता की गई। इसके बाद एक-दूसरे के गले मिलकर ईद उल जुहा की बधाई दी गई। त्यौहार को लेकर बच्चो मे भी काफी उत्साह देखने को मिला। इस अवसर पर मौलाना मोह.आबिद असर्फी द्वारा नमाज अता करवाई गई। कार्यक्रम मे मुख्य रूप से मोह.सुलेमान अध्यक्ष भाजपा अल्प संख्या प्रकोष्ठ, मोह. सलीम, मोह. निजाम, मोह.सानुल, मोह.रफीक, मोह.इत्तफाक, मोह. हासिम, मोह. इस्माइल, मोह.फि रोज बल्लू, मोह.इबरार, मोह.इस्तियाक लल्ला, मोह.कामरान, मोह.सफीक, मोह.सलाम, मोह.वाहिद, मोह.वहीद, मोह.बदूद अहमद, मोह.वारिस, मोह.खालिद, मोह.रसूल, सलीम मोहम्मद पप्पू, मोह.ताहिर, मोह.आरिच, सहित बड़ी संख्या मे मुस्लिम समुदाय के साथ ही हिंदू समुदाय के लोग भी उपस्थित रहे।
छवारी मेें मनाया गया ईद उल जुहा-
छवारी में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा परंपरागत तरीके से ईद उल जुहा का पर्व मनाया गया। इस अवसर पर छवारी स्थित मस्जिद में अब्दुल सप्तार द्वारा नमाज अता कराई गई। इसके बाद लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर बधाई दी गई। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मझौली का पुलिस बल मौजूद रहा।
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