10 मार्च 2023 को छोड़े गए थे बाघ
बता दें कि 10 मार्च 2023 को शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में एक नर और दो मादा टाइगर को पहले बाड़े में और फिर उन्हें जंगल में छोड़ा गया था। तीनों टाइगरों ने नेशनल पार्क में अपना ठिकाना बलारपुर के जंगल में बनाया था। दो मादा टाइगरों में से बांधवगढ़ से लाई गई एमटी-3 (माधव टाइगर-3) ने नन्हें शावकों को जन्म दिया है। मंगलवार को पहली बार एक शावक टाइगर पार्क में लगे कैमरे में कैद हुआ। नेशनल पार्क में सरवाइव कर गए टाइगर
माधव नेशनल पार्क में नन्हें शावक के आने से यह तय हो गया है कि अब शिवपुरी के जंगल में बाघों की पुर्नस्थापना सफल रही है तथा भविष्य में यहां बाघों की एक अच्छी संख्या स्थापित होगी।
कॉलर आईडी खराब होने से कैमरों पर आश्रित पार्क प्रबंधन
माधव नेशनल पार्क में मौजूद तीन टाइगरों में से दो टाइगरों की कॉलर आईडी खराब हो जाने की वजह से उनकी उपस्थिति को सिर्फ वहां लगे कैमरों में ही देखा जा रहा था। पार्क प्रबंधन को यह भी पता नहीं चल पा रहा था कि नर टाइगर किस मादा टाइगर के साथ है तथा कौन सी मादा टाइगर लंबे समय से किसी एक स्थान पर अपने शावकों के साथ जंगल में रुकी हुई है। यही वजह है कि तीन माह का शावक जब जंगल में बाहर आया तो फिर वो पार्क में लगे कैमरे में कैद हो गया।