किसी भी चुनाव में मतदान केंद्र उन शासकीय भवनों में बनाए जाते हैं, जहां पर बिजली-पानी के अलावा मोबाइल टॉवर आते हों। जिले में पहले ऐसे 11 मतदान केंद्र थे, जिनमें बाकी सुविधाएं तो थीं, लेकिन मोबाइल टॉवर नहीं आते थे। प्रशासन ने उक्त मतदान केंद्रों पर टॉवर की रेंज पहुंचाने के लिए वहां पर लगे विभिन्न कंपनियों के मोबाइल टॉवर वाली कंपनियों से बात की। जिस पर कंपनियों ने अपने टॉवरों की रेंज बढ़ाने के लिए अतिरिक्त उपकरण लगाए तो 11 में से 7 मतदान केंद्रों पर टॉवर आने लगे तथा मोबाइल की घंटी बजने लगी, परंतु ऐसे चार मतदान केंद्र शेष रह गए जिनमें अभी भी मोबाइल टॉवर नहीं आते।
इन चार केंद्रों पर नहीं आ रहे मोबाइल टॉवर
जिले की पोहरी विधानसभा के चार मतदान केंद्रों पर अभी तक मोबाइल टॉवर की रेंज नहीं पहुंच पाई। इनमें वेहरदा, अहेरा, मड$खेड़ा एवं बम्हारी शामिल हैं। इन केंद्रों पर मोबाइल टॉवर न आने की वजह से यहां होने वाली किसी भी तरह की गतिविधि की जानकारी ब्लॉक या जिला स्तर पर उसी समय नहीं पहुंच पाएगी।
ये वैकल्पिक व्यवस्था
जिन चार मतदान केंद्रों पर मोबाइल टॉवर नहीं आ रहे, वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में पुलिस के वायरलेस सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है। यानि इन केंद्रों पर होने वाली गतिविधियों की जानकारी पुलिस के वायरलेस सेेट से दी जाएगी। इसके अलावा एक रनर भी रहेगा, जो तत्काल समीप के दूसरे मतदान केंद्र (जहां टॉवर आ रहे हैं) पर देगा।
– जिले के चार मतदान केंद्रों पर मोबाइल टॉवर नहीं आते। हम उन्हें बदल नहीं सकते, क्योंकि फिर वोटर को 2 किमी दूर जाना पड़ेगा। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में पुलिस के वायरलेस सिस्टम की मदद ली जाएगी तथा रनर भी तैनात रहेगा। सेक्टर मजिस्ट्रेट भी घूमते रहेंगे।
– जेपी गुप्ता, उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवपुरी