बैंक के गार्ड सुरेन्द्र कुमार श्रीवास ने सुबह जब रिकॉर्ड रूम की तरफ से आग की लपटों और धुएं को आते देखा तो उन्होंने तुरंत बैंक प्रबंधन को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद सुबह 8 बजे दमकल की 2 गाड़िया और पानी के टैंकर मौके पर पहुंचे। सुबह 11 बजे तक रिकॉर्ड रूम से धुआं उठता रहा। इसके बाद बचे हुए रिकार्ड्स को निकलने के लिए एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया था। घटना की सूचना मिलते ही शिवपुरी एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी।
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घटना स्थल पर पहुंचे
शिवपुरी के एसडीएम उमेश कौरव ने बताया कि आग लगने के कारण अभी अज्ञात है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई जो इस मामले की जांच करेगी की आग लगने का कारण क्या है। बैंक प्रबंधन से बात करने पर पता चला है कि जिस रूम में यह आग लगी थी वहां सोसाइटी के 50 साल के रिकार्ड्स रखे हुए थे जो अब जलकर लगभग ख़ाक हो चुके है। एसडीएम उमेश ने कहा कि आस-पास के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जाएगा।
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हैरानी वाली बात यह है कि जिला सहकारी बैंक की कोलारस ब्रांच में तीन साल पहले एक चपरासी और केशियर ने मिलकर बैंक में 100 करोड़ के बड़ा घोटाला किया था। इस घोटाले की वजह बैंक का दिवालिया निकल गया और वह कंगाल हो गया था। हालांकि, इस घोटाले के मुख्य आरोपी सहित सभी आरोपियों को पकड़ा जा चुका है लेकिन कोर्ट में मामला आज भी लंबित है। इस घोटाले के कारण बैंक के ग्राहकों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।