कहते हैं… किसी काम को करने की शिद्दत हो तो रास्ते भी खुलना शुरु हो जाते हैं। क्षेत्र के तीनों युवाओं की इसी सोच को सच बनाया यू-ट्यूब ने। युवाओं ने सबसे पहले सांप पकड़ने का तरीका यू-ट्यूब से सीखा। पूरी तरह से सांप पकड़ने में ट्रेन्ड होने के बाद अब ये तीनों युवा न सिर्फ दूर-दूर पहुंचकर सांपों का रेस्क्यू करते हैं। बल्कि सांपों के प्रति लोगों को जागरूक भी करते हैं।
आसपास के जिलों तक पकड़ने जाते हैं सांप
स्नैक रेस्क्युअर निखिल चंदेल ने बताया कि खासतौर पर बरसात के दिनों में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में कहीं सांप निकलने पर वन विभाग को सूचना देने के बाद भी जब कोई रिस्पांस नहीं मिलता था तो लोग परेशान होते थे। आमजन की इस परेशानी को देखते हुए हम दोस्तों ने मिलकर सबसे पहले यूट्यूब पर सांप पकड़ने की कला सीखी और अब हमारी तीन सदस्यीय टीम न सिर्फ बदरवास और शिवपुरी बल्कि आसपास के जिलों तक सांप पकड़ने जाते हैं। यह भी पढ़ें- MP में बड़ा रेल हादसा टला: बारिश में गिट्टी बहने से धंसा ट्रेक, पेट्रोलमैन की सतर्कता से बची सैकड़ों यात्रियों की जान अबतक 200 से ज्यादा सांपों का किया सुरक्षित रेस्क्यू
बदरवास नगर में तीन सदस्यीय युवाओं की टीम है, जिन्होंने यूट्यूब पर देखकर सर्प पकड़ने का तरीका सीखा और अब बदरवास हो नही बल्कि गुना, शिवपुरी, अशोकनगर से सूचना आने पर सांप पकड़ने जाते हैं। बदरवास निवासी दिनेश चंदेल, प्रमोद केवट, निखिल चंदेल ने लगातार सर्प से मृत्यु की सूचना के बाद संयुक्त रूप से प्रण लिया। इसके बाद काफी कुछ यू-ट्यूब से सीखा और अन्य परीक्षण सर्प मित्र शिवम शर्मा से लिया। शुरुआत में उन्हीं के मार्गदर्शन से सांप पकड़ा करते थे और अब बीते 4 महीनों में शिवपुरी और आसपास के जिलों से ये तीनों युवा 200 से अधिक सांपों का सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगलों में छोड़ चुके हैं।