बता दें कि, यहां आने वाले पुरुष महिलाओं के लिए न सिर्फ बोली लगा सकते हैं, बल्कि उन्हें अपने साथ किराए पर भी ले जा सकते हैं। ये बात सुनने में बेहद अजीब लग रही है, लेकिन यहां कुंवारी लड़कियों से लेकर शादीशुदा महिलाए तक किराए पर मिलती हैं। दरअसल, ये सब यहां की एक स्थानीय प्रथा के नाम पर यहां होता है। इस प्रथा को यहां ‘धड़ीचा’ नाम से जाना जाता है।
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धड़ीचा प्रथा क्या है?
स्थानीय चर्चित ‘धड़ीचा’ प्रथा के अनुसार, यहां दूसरों की बहू – बेटियां किराए पर ली जा सकती हैं। हर साल तय समय में मंडी लगती है, जिसमें बड़ी संख्या में औरतें और लड़कियां खरीदने दूर-दूर से लोग आते हैं। हैरानी की बात तो ये है कि मंडी में कुंवारी लड़कियों से लेकर शादीशुदा महिलाएं तक किराए पर दी जाती है। पुरुष इस मंडी में महिला का चाल-चलन देखकर उसका दाम लगाते हैं। अगर किसी पुरुष को कोई लड़की या महिला पसंद आती है तो वो 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक के स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट कर उसे एग्रीमेंट के तहत तय समय के लिए ले जाता है। एग्रीमेंट में दोनों पक्षों की शर्तें लिखी रहती हैं। मंडी की शुरुआती बोली 15 हजार से शुरू होकर 4-5 लाख तक जाती है।दोबारा भी बनवा सकते हैं एग्रीमेंट
अगर किसी पुरुष को महिला पंसद आ गई और वह उसके साथ और समय बिताना चाहता है तो उसे मंडी में जाकर दोबारा एग्रीमेंट बनवाना होता है। अतिरिक्त पैसे देकर वह कुछ समय के लिए फिर उसी महिला को किराए पर ले सकता है। यह भी पढ़ें- Dengue Havoc : यहां तेजी से फैल रहा है डेंगू, 143 संक्रमित सामने आए, जाने डेंगू के लक्षण और बचाव के उपाए