पिछले कुछ वर्षों से तो मौजूदा हवाई पट्टी पर भी जगह-जगह से डामर-गिट्टी उखड़ जाने से खराब हो गई है। हवाई पट्टी पर लगभग चार साल पूर्व डामरीकरण किया गया था, लेकिन उसके बाद फिर से इसकी स्थिति खराब हो गई है। हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ाने के लिए झांसी रोड की तरफ ही जगह है, लेकिन वहां पर भी कुछ निजी और कुछ शासकीय भूमि है। हालांकि अभी तक ये साफ नहीं है कि यहां केवल हवाई पट्टी को संवारा जाएगा या फिर एक नए एयरपोर्ट की सौगात दे जाएगी।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की पांच सदस्यीय टीम ३ अप्रेल को शिवपुरी आ गई थी। टीम के तकनीकी स्टाफ ने हवाई पट्टी व उसके आसपास का अपने कैमरों की मदद से सर्वे किया। 10 अप्रेल तक अपना सर्वे पूरा करने के बाद टीम वापस चली गई। टीम अपनी सर्वे रिपोर्ट जब केंद्रीय नागरिक उछ्डयन मंत्रालय को सौंपेगी, उसके आधार पर इसमें किए जाने वाले कार्य की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
हवाई पट्टी की सुरक्षा दीवार में कई जगह से सेंधमारी कर दी गई है। जिसके चलते यहां पर न केवल घूमने वाले व मवेशी चराने वाले पहुंच जाते हैं, बल्कि यहां पर सुबह-शाम फुटबॉल मैच होने के साथ ही दोपहर में दुपहिया वाहन सवार इस हवाई पट्टी पर स्टंट करते हैँ। स्टंट करने की वजह से वाहन में एकाएक ब्रेक लगाते हैं, जिससे डामर-गिट्टी उखड़कर बाहर आ जाती है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम शिवपुरी आई थी तथा सर्वे करने के लिए रुकी थी। टीम को सर्वे में क्या मिला तथा वे अपनी रिपोर्ट में पेश करेंगे। अभी हवाई पट्टी 900 मीटर की है, इसकी लंबाई बढ़ेगी या एयरपोर्ट बनेगा, ये टीम तय करेगी।
– रविंद्र कुमार चौधरी, कलेक्टर शिवपुरी