हालांकि प्रदेश में दोनों पार्टियों की सरकार रही है और जिले की दोनों सीटों पर भी दोनों पार्टियों के विधायक कई बार चुने गए, लेकिन विधायकों को मंत्री बनने का मौका नहीं मिल पाया है। विशेष बात यह है कि बीते 72 साल में श्योपुर विधानसभा में कुल 15 चुनाव हुए, जिनमें 12 लोग विधायक बनकर भोपाल पहुंचे, लेकिन इनमें से एक को भी मंत्री पद नहीं मिल पाया। वहीं दूसरी ओर विजयपुर विधानसभा की बात करें तो यहां अब तक हुए कुल 14 चुनावों में 7 लेाग विधायक चुने गए हैं, लेकिन इनमें से एक विधायक को एक ही बार मंत्री बनने का मौका मिला।