ग्रामीणों की बात सुनकर मंत्री ने डॉ सुनील यादव को मौके पर बुलवाया। सुनील यादव ने पहले तो ग्रामीणों की शिकायत को निराधार बताया और फिर कहा कि मैडम आज नशा नहीं किया। यह बात सुनकर मंत्री इमरती देवी गुस्सा हो गईं और कहा कि आपके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
मंत्री की बात सुनकर डॉ सुनील यादव ने कहा- मैडम मेरे चाचा लाखन सिंह यादव विधायक हैं और यहां के प्रभारी मंत्री। इसके बाद मंत्री वहां से चलीं गईं। ग्रामीणो ने अनुसार डॉ सुनील यादव को लाखन सिंह यादव ने ही इस गांव में 2013 में पदस्थ किया था।
मंत्री इमरती देवी ने कहा- ग्रामीणों ने चर्चा के दौरान डॉ के नशे में रहने की शिकायत की थी। जिसके बाद डॉक्टर को बुलाया गया और डॉक्टर ने मौके पर ही माफी मांगी है। उन्होंने कहा अगर डॉक्टर दोबारा ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री इमरती देवी ने खुर्रका में आंगनवाड़ी केन्द्र का भी निरीक्षण किया और कुपोषित बच्चों के बारे में जानकारी ली। मंत्री ने सहसराम सेक्टर की पर्यवेक्षक को बुलाया लेकिन देरी से आने के कारण मंत्री ने पर्वेक्षक रेखा अग्रवाल को निलंबत करने का निर्देश दिया।