जयसिंह और उनकी पत्नी बसंती ने देखा कि तेंदुए ने बच्चे पर हमला कर दिया है। दोनों ने हिम्मत नहीं हारी और तेंदुए से भिड़ गए। जय सिंह और बसंती ने तेंदुए के जबड़े से बच्चे को जैसे-तैसे छुड़ाया। इसके बाद तेंदुए ने दोनों पर हमला कर दिया। इसमें दोनों घायल हो गए।
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जयसिंह और उनकी पत्नी की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण और परिजन भी मौके पर आ गए। सभी ने मिलकर तेंदुए को जंगल की ओर भगा दिया। तेंदुए के हमले में घायल एक वर्षीय बालक और उसके दादा-दादी को अस्पताल पहुंचाया गया। इधर, तेंदुए के हमले से गांव में दहशत का माहौल है।
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दादा-दादी के साथ सो रहा था पोता
जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात जयसिंह गुर्जर बंसती और उनके साथ एक वर्षीय पोता बॉबी सो रहा था। इसी बीच जंगल से तेंदुआ आया और घात लगाकर बॉबी पर हमला कर दिया। उसने बच्चे को दोनों पैरों को जबड़े में दबोच लिया। बच्चे के चीखने पर दादा-दांदी की नींद खुली।
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दरअसल कूनो नेशनल पार्क के पास के गांव में अक्सर जंगली जानवरों का आना यहां रह रही आबादी के लिए खौफनाक होता जा रहा है। सिमटते जंगली क्षेत्र और इंसानी दखल के चलते हिंसक जानवर अब मानवीय बस्तियों की ओर रुख करने लगे हैं।