भाजपा ने लिया था चौंकाने वाला फैसला आपको बता दें कि कैराना लोकसभा सीट पर उम्मीदवार को लेकर भाजपा आलाकमान ने चौंकाने वाला फैसला लिया था। यहां से गंगोह के विधायक प्रदीप चौधरी को टिकट दिया गया है। जबकि पूर्व सांसद बाबू हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह यहां से अपनी दावेदारी जता रही थी। वैसे भी कैराना में बाबू हुुकुम सिंह के परिवार का खासा रुतबा है। पिछले उपचुनाव में हार के बाद भी माना जा रहा था कि इस लोकसभा चुनाव में भी भाजपा की तरफ से मृगांका सिंह को ही टिकट मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रदीप चौधरी को टिकट मिलने के बाद मृगांका के समर्थकों ने हंगामा किया था। इस मामले में महापंचायत तक हुई थी, जिसमें भाजपा आलाकमान को अल्टीमेटम तक दिया गया। महापंचायत में रविवार को मायापुर फार्महाउस पर समर्थकों की काफी भीड़ जुटी थी। इसके बाद माना जा रहा था कि मृगांका भाजपा से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं।
सुबह हुई बैठक सोमवार को सुबह फिर मृगांका सिंह के आवास मायापुर फार्म हाउस में बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि मृंगाका सिंह व उनके समर्थक पार्टी का साथ देंगे। मृगांका सिंह का कहना है कि वह पार्टी के साथ हैं और पार्टी का समर्थन करेंगी। हालांकि, इस बीच उन्होंने अपने मुंह से भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी का नाम नहीं लिया।
11 अप्रैल काे होगा मतदान आपको बता दें कि कैराना लोकसभा सीट पर प्रथम चरण में 11 अप्रैल को मतदान होगा। इसके लिए आज यानी सोमवार (25 मार्च) को नामांकन के आखिरी दिन भाजपा उम्मीदवार प्रदीप चौधरी ने अपना नामांकन किया। उनके साथ मृगांका सिंह के भतीजे अनिल चौहान भी मौजूद रहे। वहीं, गठबंधन की प्रत्याशी (सपा उम्मीदवार) तबस्सुम हसन यहां से नामांकन दाखिल कर चुकी हैं। कांग्रेस ने यहां से हरेंद्र मलिक को मैदान में उतारा है।