अगर उप चुनावाें की बात की जाए देश में भाजपा की सरकार आने के बाद देश में 4 लोकसभा और 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ इनमे से बीजेपी को ज्यादातर जगहों पर हार का सामना करना पड़ा था। इनमें पलायन को लेकर चर्चित कैराना सीट भी शामिल रही है। यहां बीजेपी ने
स्वर्गीय सांसद हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह को चुनाव लड़ाया था, जबकि RLD उम्मीदवार तबस्सुम हसन को सभी विपक्षी दलों का समर्थन होने के बाद उन्हें जीत मिली थी। बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह 44,618 वोटों से हारी थी।
कैराना से सांसद रहे हुकुम सिंह ने अखिलेश सरकार में कैराना में 340 हिंदू परिवारों के पलायन का मुद्दा यूपी की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए उठाया था। उन्होंने कैराना में बढ़ते अपराध और रंगदारी वसूली के कारण अधिकतर हिंदू परिवारों के गांव छोड़ने की बात कही थी। इस पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक को दखल देनी पड़ी थी। बाद में भाजपा ने भी इस मुद्दे काे खूब भुनाया था।
अमित शाह गॉंधीनगर से
राजनाथ सिंह लखनऊ से
मेरठ से राजेन्द्र अग्रवाल
ग़ाज़ियाबाद से वीके सिंह
नोएडा से महेश शर्मा
आगरा से एसपी सिंह बघेल
बदॉंयू से संघमित्रा मौर्य
बागपत से सत्यपाल सिंह
उन्नाव से सा़क्षी महाराज
अमेठी से स्मृति ईरानी
सहारनपुर से राघव लखनपाल शर्मा
मुजफ्फरनगर से डॉक्टर संजीव बालियान
बिजनौर से कुंवर भारतेंदु सिंह
मुरादाबाद से कुंवर सर्वेश कुमार
संभल से परमेश्वर लाल सैनी
अमरोहा से कंवर सिंह तंवर
मेरठ से राजेन्द्र अग्रवाल
अलीगढ़ से सतीश कुमा गौतम
मथुरा से हेमा मालिनी
आंवला से धर्मेंद्र कुमार
बरेली से संतोष कुमार गंगवार
शाहजहांपुर से अरुण सागर
खीरी से अजय कुमार मिश्र
सीतापुर से राजेश वर्मा
हरदोई से जयप्रकाश रावत
मिश्रिख से अशोक रावत
उन्नाव से स्वामी साक्षी महाराज
मोहनलालगंज ले कौशल किशोर