पुलिस का कहना है कि युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। बताया गया है कि युवक टीबी से पीड़ित था। करीब 15 दिन पहले उसे बुखार, कमजोरी और हाथ पैर कांपने की शिकायत होने पर सहारनपुर के अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां पर उसकी कोरोना की जांच की गई थी, जिसमें सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। युवक की हालत में सुधार न होने पर उसे मेरठ मेडिकल में रेफर कर दिया था। मेरठ मेडिकल में उसका दोबारा से कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिया गया था, लेकिन सैंपल लेने के दो दिन बाद ही युवक की मौत हो गई थी। मेरठ मेडिकल से शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया था। परिजन मेरठ से शव को लेकर शामली पहुंचे और उसका अंतिम संस्कार कर दिया था।
प्रशासन को मेरठ मेडिकल से युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिली तो युवक के बारे में जानकारी की गई, जिसमें पता चला कि युवक के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इसके बाद डीएम जसजीत कौर ने इस मामले की जांच एसडीएम सदर संदीप कुमार को सौंपी गई थी। इस मामले में शहर कोतवाली में उप निरीक्षक खुर्शीद अली की तरफ से मृतक के दो भाई और पालिका के वार्ड सभासद समेत नौ लोगों के खिलाफ लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने और महामारी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है।
दर्ज किए गए मुकदमे में आरोपियों पर सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार में शामिल होकर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कोरोना वायरस महामारी फैलने की आशंका जताई गई है। सीओ सिटी जितेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव युवक के शव का अंतिम संस्कार करने में शामिल रहे लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।