उधर, किसान लगातार अपने भैंंसे को तलाश करता रहा और अब दावा है कि उसका भैंसा सहारनपुर के बीनपुर गांव में सतवीर नामक एक व्यक्ति के घर में है। जिसकी सूचना किसान चंद्रपाल ने पुलिस को दी। आरोप है कि पुलिस ने किसान और ग्राम प्रधान से एफिडेविट लेकर केस को रफा दफाकर दिया। जिसके बाद से वह लगातार अपने भैंसे को हासिल करने के लिए पुलिस थाने के चक्कर काट रहा है।
यह भी देखें: स्वस्थ्य नोएडा, स्वच्छ नोएडा के थीम पर महिला दिवस पर पिंक मैराथन का आयोजन बताया जा रहा है कि जब किसान ने पुलिस को उसके भैंसे के एक घर में मिलने की सूचना दी तो पुलिस ने 10 दिन का वक्त मांगा। आरोप है कि इन 10 दिनों में पुलिस ने बजाए भैंसे की बरामदगी के बीनपुर गांव के ग्राम प्रधान, सतवीर और उसके पड़ोसियों के बयान दर्ज किए और यह मानकर केस बंद कर दिया कि वह भैंसा सतवीर का ही है। जिसके चलते अब चंद्रपाल ने भैंसे के डीएनए का मिलान उसके घर में मौजूद भैंस से करने की गुहार लगाई है। किसान का दावा है कि वह भैंसा उसकी भैंस से ही जन्मा है।