साल 2018 में श्रेष्ठा ठाकुर ने मैट्रोमोनियल साइट पर अपने लिए जीवनसाथी की तलाश की। साइट पर रोहितराज नाम के शख्स ने खुद को 2008 बैच का IRS अफसर बता रखा था। यह भी लिखा था कि वह झारखंड की राजधानी रांची में तैनात हैं। इस तरह दोनों की शादी तय हो गई और शादी के बाद में पता चला कि पति कोई अफसर नहीं है। उसने स्वयं के बारे में गलत जानकारी दर्ज की हुई थी।
2018 में श्रेष्ठा की शादी रोहित राज से हुई। मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर रोहितराज ने खुद को रांची में पोस्टेड बताया। शादी के कुछ दिनों बाद पता चल गया कि रोहितराज कोई IRS अफसर नहीं है। श्रेष्ठा ठाकुर का कहना है कि लोकलिहाज के कारण वो चुप रही लेकिन इसके बाद भी रोहितराज की हरकते नहीं रुकी। रोहित राज डीएसपी के एकाउंट से पैसे निकालने लगा और अपने बच्चे को धमकी देकर वो डीएसी को ब्लैकमेल करने लगा। आरोप है कि रोहित राज ने फर्जी हस्ताक्षर करके डीएसपी के बैंक खाते से 15 लाख रुपये रकम भी निकाल ली। बढ़ती हरकतों के बीच तीन साल पहले श्रेष्ठा ठाकुर पति रोहित राज से तलाक ले चुकी हैं। आरोप है कि तलाक के बाद भी रोहित राज श्रेष्ठा को परेशान करता आ रहा है। जहां भी श्रेष्ठा की तैनाती होती है रोहितराज वहीं पहुंच जाता है और लोगों से श्रेष्ठा के नाम पर अवैध वसूली करने लगता है। मूल रुप से उन्नाव की रहने वाली श्रेष्ठा गाजियाबाद में रहती हैं।