लखीमपुर खीरी में नेताओं का प्रवेश निषेध उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर में धारा 144 लागू करते हुए किसी भी राजनीतिक पार्टी को लखीमपुर में आने देने से साफ इनकार कर दिया है। इसी के चलते कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को तीन दिन पहले हिरासत में लिया गया था, फिर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेसियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। वहीं प्रियंका गांधी की रिहाई को लेकर अब उत्तर प्रदेश के हर जनपद में कांग्रेसी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार को अपनी गिरफ्तारी भी दे रहे हैं।
आदेश की अवहेलना करने पर सरकार कस रही है कानूनी शिकंजा लखीमपुर खीरी की घटना के बाद जहां राजनीतिक पार्टियों ने पीड़ितों का हाल जानने के लिए अपने कदम बढ़ाए है। वहीं उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार सभी राजनीतिक पार्टियों के पैरों में जंजीरें डालने का काम कर रही है। क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी में जाने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को साफ इनकार कर दिया है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के इस आदेश की अवहेलना जो भी कोई पार्टी कर रही है उस पर योगी सरकार कानून का शिकंजा कसती नज़र आ रही हैं। ऐसा करने पर उत्तर प्रदेश सरकार राजनीतिक पार्टियों पर ही मुकदमा पंजीकृत कर उन्हें जेल में डालने का काम कर रही है।
शामली में कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ितों से मिलने जा रही थी। तीन दिन पहले तो प्रियंका गांधी को अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया था, कल 36 घंटे की हिरासत के बाद प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रही है और नेता अपनी गिरफ्तारी दे रहे हैं। शामली जिले में भी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जेल भरो आंदोलन के रूप में धरना देते हुए अपनी गिरफ्तारी दी है। जिला अध्यक्ष दीपक सैनीने अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ शिव चौक पर धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी गिरफ्तारी प्रशासन को दी है। साथ ही उन्होंने प्रियंका गांधी को रिहा करने की मांग भी की है।