कोतवाली पुलिस को पीडि़त किसान कुमेरसिंह (52) पिता मानसिंह राजपूत निवासी ग्राम भट्टाहेड़ी थाना मोहन बड़ोदिया ने राजपाल राजपूत पिता प्रेमसिंह राजपूत निवासी ग्राम भंडेडी थाना मोहन बड़ोदिया, जीवनसिंह गुर्जर पिता पर्वतसिंह गुर्जर निवासी ज्योति नगर शाजापुर, योगेश बैरागी पिता प्रभुदास बैरागी निवासी ग्राम चौमा शाजापुर, प्रफुल्ल बैरागी निवासी ग्राम चौमा शाजापुर, दिव्या पति रमेश चांवरे निवासी गेल इंडिया के पीछे टीएम शोरूम के पास नानाखेड़ा जिला उज्जैन व अन्य दो पर अपहरण, बलात्कार व छेड़छाड़ के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 8 लाख रुपए लेने व धोखाधड़ी का अपराध करने का आवेदन प्रस्तुत किया। अवलोकन करने पर पुलिस ने धारा 389, 420, 120 बी का प्रकरण आरोपियों के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
अनजान लडक़ी ने फोन करके मिलने बुलाया
पुलिस को कुमेरसिंह ने बताया कि मैं खेती किसानी करता हूं। मेरी 22 बीघा जमीन है। मेरे दो बेटे हैं वे भी खेती किसानी करते है। कुमेरसिंह ने बताया 8 फरवरी की सुबह 9 बजे के एक अज्ञात मोबाइल से एक लडक़ी ने फोन किया और स्वयं का नाम दिव्या बताते हुए मुझसे दोपहर 3 बजे शाजापुर बस स्टैंड पर मिलने के लिए कहा। फोन करने वाली लडक़ी ने कहा कि मुझे आपसे जरूरी काम है। इस पर कुमेरसिंह ने इनकार कर दिया। इसके बाद दिन में दो बार और फोन कर लड़की ने मिलने की मंशा जाहिर की। इस पर भी कुमेरसिंह ने इंकार कर दिया। थोड़ी देर बाद उसके पास राजपाल राजपूत ने फोन लगाकर कहा कि आपके पास जिस लडक़ी का फोन आ रहा है उससे जाकर मिल लो, मैं भी शाजापुर आ रहा हूं। कुमेरसिंह को लगा कि उसके परिवार में रिश्ते के लिए बात करना होगी। इसलिए वो लडक़ी से मिलने शाजापुर बस स्टैंड आ गया। यहां पर राजपाल और दिव्या दोनों थे।
बाइक पर बैठी लडक़ी ने कहा ये आपको फंसाने वाले हैं
राजपाल ने कुमेरसिंह को कहा कि लडक़ी को बाइक पर बैठा लो आगे बरवाल-टुकराना जोड़ पर चलना है। आगे की बात वहीं करेंगे। इस पर कुमेरसिंह ने लडक़ी ने गाड़ी पर बैठाकर जाने लगा। तभी लडक़ी ने कहा कि राजपाल ने आपको फंसाने के लिए 3-4 गुंडे छोड़े हैं। आप मुझे बस स्टैंड छोड़ दो। जब उसने बाइक को वापस पलटाया तो टुकराना जोड़ पर दो अज्ञात लोग मुंह बांधे हुए बाइक से कुमेरसिंह की बाइक के सामने आ गए। एक ने कहा कि मेरी पत्नी को कहां घूमा रहे हो। लडक़ी को बाइक से उतरने को कहते हुए धमकी दी कि हम थाने जाएंगे और तुम्हारी रिपोर्ट लिखाएंगे। मैं जो कहूंगा वहीं मेरी पत्नी बोलेगी। ऐसा कहकर वे वहां से निकल गए।
राजपाल बोला मेरी थाने पर पहचान है चिंता मत करो
कुमेरसिंह ने समस्त घटना राजपाल को बताई। इस पर राजपाल ने कहा उसके पास दिव्या का फोन आया था वो अपहरण, छेड़छाड़ और बलात्कार की रिपोर्ट कर रही है। राजपाल ने कहा कि चिंता मत करो मेरी थाने में पहचान है। उसने दोनों का राजीनामा कराने को कहा। 9 फरवरी को दुपाड़ा रोड पर उक्त दोनों लोगों को बुलाया। राजपाल ने कहा कि 2 लाख रुपए दे दो और राजीनामा कर लो।
10 लाख रुपए दे दो और मामला खत्म करो
कुमेरसिंह ने दो लाख देने से मना किया तो आरोपियों ने उसे फिर से केस में फंसाने की धमकी दी। इस पर पीडि़त ने समय मांगा। 10 फरवरी को फिर से दिव्या के नंबर से फोन आया। जब कुमेरसिंह ने फोन उठाया तो दूसरी ओर से जीवनसिंह गुर्जर ने बात करते हुए कहा कि वो दिव्या का परिचित हैं और दिव्या एसपी को शिकायत करने के लिए एसपी ऑफिस के बाहर बैठी है। इसके बाद कुमेरसिंह अपने साथ राजपाल, योगेश बैरागी, प्रफुल्ल बैरागी को लेकर जीवनसिंह के पास पहुंचा। तब जीवनसिंह ने कहा कि दिव्या और उसके पति रमेश चांवरे को 10 लाख रुपए देना पड़ेगे तब वो तुम्हारी रिपोर्ट नहीं करेंगे। इस पर 8 लाख रुपए में सहमति बनी।
दो किश्त में दिए 8 लाख रुपए
कुमेरसिंह ने डर के कारण 10 फरवरी को 4 लाख रुपए दिए। 12 फरवरी को फिर से 4 लाख रुपए दिए। दो बार में मिलाकर कुमेरसिंह ने 8 लाख रुपए आरोपियों को दे दिए। इसके बाद बगैर नोटरी के स्टॉम्प पर आरोपियों ने लिखापढ़ी करके उसे दे दिया। इस पर उक्त दिव्या के फोटो की जगह दूसरी लडक़ी का फोटो लगा दिया। बताया गया कि इसके कुछ दिन बाद जब कुमेरसिंह के परिजनों को