दारोगा ने पिता-पुत्र समेत 18 लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी पंजीकृत कराई है। इनमें नौ महिलाएं भी शामिल हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही हैं। क्षेत्र के बिजलीखेड़ा गांव निवासी हरिसरन अपने घर के आगे नाली बनवा रहे हैं, जिसका निकास शिवरतन की नाली से जोड़ने को लेकर दो दिन पूर्व विवाद हो गया था। हरिसरन ने शिवरतन के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कराई थी।
सोमवार को कांस्टेबल अभिषेक यादव के फोन पर किसी ने सूचना दी कि गांव में फिर दोनों पक्षों में फिर से झगड़ा हो गया है। जिसके बाद दारोगा गौरव कुमार, कांस्टेबल अभिषेक व योगेंद्र वहां पहुंचे।
पुलिस टीम को देख शिवरतन व उसके पक्ष के लोग भड़क गए। उन लोगों ने अभद्रता शुरू कर दी। विरोध करने पर लाठी-डंडे लेकर निकाल आए और पुलिसकर्मियों की पिटाई शुरू कर दी। दोनों कांस्टेबलों की वर्दी फाड़ने के साथ ही नेम प्लेट को भी तोड़ दिया।
प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र गुप्ता ने बताया की विवाद की सूचना पर पुलिस टीम गई थी। जहां एक पक्ष की ओर से हमला किया गया। 18 लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है। सभी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र गुप्ता फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, जिसके बाद आरोपी वहां से भागे। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। दारोगा की तहरीर पर शिवरतन उसके बेटे ओमकार, भाई सुरेश, रमेश, परिवार के ही मनोज, अनुज, गुलशन, आदेश कुमार, रानी देवी, अनीता, अर्चना, प्रेमकुमारी, सूरज देवी, जुगन्ना, रूचि, माधुरी, निर्मला, शिवानी के विरूद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कराई। आरोपित फरार हैं।