आपको बता दें कि, शहर के जय स्तंभ चौक में स्थित श्री राम नामक निजी अस्पताल के जनरेटर में स्पार्किंग के कारण अचानक आग लग गई। आग लगने पर अस्पताल के भीतरी हिस्सों में तेजी से धुआं भरने लगा। अस्पताल में धुआं भरने पर अंदर भर्ती मरीजों के साथ साथ उनके परिजन और अन्य स्टाफ के बीच अफरा तफरी मच गई। अस्पताल में करीब 25 से अधिक मरीजों का इलाज चल रहा था। आनन फानन में अस्पताल प्रबंधन की ओर से पुलिस और दमकल दल को सूचना दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और दमकल की टीम ने तत्काल ही अन्य लोगों के साथ साथ सभी भर्ती मरीजों को रेक्स्यू कर अस्पताल से बाहर निकाला। साथ ही, मरीजों को उपचार के लिए जिला अस्पताल रवाना किया, जहां सभी का इलाज शुरु कर दिया गया है।
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दमकल दल ने बुझाई आग
इसके बाद घंटों की मशक्कत के बाद फायर ब्रिग्रेड की टीम ने अस्पतल के भीतर लगातापर फैल रही आग पर काबू पाया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि, समय रहते अगर आग पर काबू न पाया जाता तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। कुछ हद तक इस घटना में अस्पताल की लापरवाही भी सामने आई है। घटना की जानकारी मिलते पर कमिश्नर, एडीजीपी, कलेक्टर, एसपी समेत अन्य प्रशासनिक अफसर भी मौके पर पहुंच गए हैं।
फिर शुरु होगी अस्पतालों की जांच
मामले को लेकर कलेक्टर वन्दना वैद्य ने बताया कि, निजी अस्पताल के जनरेटर सेक्शन में आग लग गई थी, जिसपर अब पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। वहीं, जिले में संचालित सभी अस्पतालों के फायर एनओसी और फायर इक्यूपमेंट चेक किए गए थे, एक बार फिर एनओसी और फायर इक्यूपमेंट चेक करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। ऐसे में जिन अस्पतालों में नियमों की अनदेखी पाई जाएगी, उनके खिलाफ वैधानिक कारर्वाई की जाएगी।